रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कुछ राज्यों ने ‘राजनीतिक फायदे’ के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को नहीं अपनाया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
सीतारमण ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'आयुष्मान भारत योजना के शुभारंभ के तीन महीने के भीतर स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में एक प्रतिमान स्थापित किया जा चुका है और गरीब से गरीब और मध्यम वर्ग को लाभ पहुंचा है. बहुत दुर्भाग्य की बात है कि कुछ राज्यों ने राजनीतिक फायदे की वजह से योजना को नहीं अपनाया है.'
रक्षा मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत जब पूरी तरह से लागू हो जाएगी तो यह दुनिया की सबसे बड़ी सरकार के जरिए वित्तपोषित स्वास्थ्य बीमा योजना बन जाएगी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 10 जनवरी को घोषणा की थी कि राज्य योजना से खुद को हटा रहा है. उन्होंने नरेंद्र मोदी नीत एनडीए सरकार पर स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम की आड़ में गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया था. दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार ने भी योजना को नहीं अपनाया है.
आयुष्मान भारत योजना
जनता के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पिछले साल आयुष्मान भारत योजना लॉन्च की थी. पिछले साल के बजट में देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए तक का हेल्थ इंश्योरेंस उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत 1200 करोड़ रुपए के फंड को मंजूरी दी गई थी. सरकार के जरिए फंडेड यह अभी तक की सबसे बड़ी स्कीम है.