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केरल में निपाह वायरस से 12वीं मौत, एक ही परिवार के 4 लोग हुए शिकार

इस वायरस से ग्रसित कुल 14 मेडिकल केसेज़ को कंफर्म किया गया है. जबकि 20 मामलों को संदेह के दायरे में रखा जा रहा है

FP Staff

केरल में निपाह वायरस की चपेट में आकर एक और शख्स की मौत हो गई. इसके बाद निपाह वायरस से बीमार होकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है. नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने इस बारे में जानकारी दी है.

बताया जा रहा है कि इस वायरस से ग्रसित कुल 14 मेडिकल केसेज़ को कंफर्म किया गया है. जबकि 20 मामलों को संदेह के दायरे में रखा जा रहा है. इस बीमारी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी नजर बनाए हुए हैं.


केरल में कोझिकोड के जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ जयश्री ई ने मीडिया को बताया है कि इस वायरस की चपेट में आकर मरने वाले की पहचान वी मूसा (61) के तौर पर हुई है. मूसा पिछले कुछ दिन से यहां के एक निजी अस्पताल में जीवन और मौत के बीच जूझ रहे थे. उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था.

उन्होंने बताया कि करीब 160 नमूनों को जांच के लिये वायरोलॉजी संस्थान भेजा गया है और 14 मामलों में इस विषाणु की पुष्टि हुई है. इनमें से 11 लोगों की मौत हो चुकी है. तीन लोगों का अस्पतालों का इलाज चल रहा है.

पिछले 20 दिनों में मूसा के परिवार में हुई यह चौथी मौत है. इससे पहले मूसा के बेटों मोहम्मद सलेह (28), मोहम्मद सादिक (26) और उनकी रिश्तेदार मरिअम्मा की मौत हो चुकी है.

सूत्रों ने बताया कि जहां परिवार के दो सदस्यों के निपाह के कारण मरने की पुष्टि हो चुकी है.  मूसा के एक बेटे के खून के नमूने में निपाह का विषाणु नहीं पाया गया.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने मूसा के घर के परिसर में स्थित एक कुआं भी सील कर दिया जिसके बीमारी का केंद्र होने की बात कही जा रही है. ऐसा कुएं के चमगादड़ों से संक्रमित होने का पता चलने के बाद किया गया. हालांकि कुएं का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था.

जिले के पेरम्बरा तालुक अस्पताल में मूसा के परिवार के लोगों का शुरूआत में इलाज करने वाली नर्स लिनी पुथुस्सेरी की भी विषाणु के संक्रमण के बाद मौत हो गयी.

एक आधिकारिक सूचना के मुताबिक मरने वाले 11 लोगों में से आठ कोझिकोड के और तीन पड़ोसी जिले मल्लपुरम के हैं.

22 लोगों के भी विषाणु से संक्रमित होने का संदेह हैं. इनमें 13 कोझिकोड के , छह मल्लपुरम के , दो कोट्टायम के और एक तिरूवनंतपुरम के रहने वाले हैं.

उनके खून के नमूने जांच के लिए भेज दिए गए हैं और उनके नतीजों का इंतजार किया जा रहा है.

केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में निपाह विषाणु के प्रकोप को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए उपायों की समीक्षा की गयी.

राज्य सरकार ने एक परामर्श भी जारी कर राज्य की यात्रा करने वाले सभी लोगों से चार जिलों - कोझिकोड , मलप्पुरम , वायनाड और कन्नूर - की यात्रा से बचने का अनुरोध किया है.

स्वास्थ्य सचिव राजीव सदानंदन ने कहा,‘ केरल में किसी भी जगह यात्रा करना सुरक्षित है. हालांकि यदि यात्री अतिरिक्त सतर्कता बरतना चाहते हैं तो वे इन चार जिलों की यात्रा से बच सकते हैं.’

राज्य सरकार ने इस मसले पर विचार के लिये 25 मई को कोझिकोड में सर्वदलीय बैठक बुलायी है.

एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री ने विषाणु को लेकर जागरुकता बढ़ाने और सावधानीपूर्वक एहतियाती उपायों को लागू करने के अलावा राज्य के निगरानी तंत्र को सुदृढ़ करने एवं लगातार सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं.

( भाषा के इनपुट के साथ )