view all

गाजियाबादः तलाशी ले रही NIA-यूपी पुलिस की टीम पर गोलीबारी

दल वहां आरएसएस के एक नेता के पंजाब में हुई हत्या के सिलसिले में तलाशी अभियान चला रहा था

FP Staff

गाजियाबाद में तलाशी में लगी एनआईए और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम पर भीड़ ने गोलीबारी की और पथराव किया. इसमें एक पुलिसकर्मी जख्मी हो गया. दल वहां आरएसएस के एक नेता के पंजाब में हुई हत्या के सिलसिले में तलाशी अभियान चला रहा था.

इससे जुड़ी जानकारी देते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक प्रवक्ता ने कहा कि आरएसएस नेता रवींद्र गोसाईं की लुधियाना में हत्या के सिलसिले में जांच के दौरान जांचकर्ताओं को कुछ संदिग्ध हथियार तस्करों के नाम मिले जिन्होंने पंजाब में कथित तौर पर आरोपियों को हथियार दिए थे.


प्रवक्ता ने बयान में कहा कि राज्य पुलिस के सहयोग से एनआईए के एक दल ने दो और तीन दिसंबर की दरम्यानी रात को कुछ संदिग्ध हथियार तस्करों को गिरफ्तार करने के लिए मेरठ में तलाशी अभियान चलाया.

अधिक सुराग मिलने के बाद गाजियाबाद स्थित नहली गांव में संदिग्ध मलूक के आवास पर रविवार सुबह छापेमारी की गई.

हत्या में हो सकता है सिख कट्टरपंथी संगठनों का हाथ 

प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान भीड़ ने पुलिस और एनआईए टीम को बाधा पहुंचाने की कोशिश की और कुछ लोगों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस का एक कांस्टेबल तहजीब खान जख्मी हो गया. सरकारी वाहनों को भी नुकसान पहुंचा.

गोलीबारी के बाद भीड़ ने पथराव किया और अधिकारियों के काम में बाधा डालने के लिए कई सड़कों को अवरूद्ध कर दिया.

प्रवक्ता ने बताया कि आत्मरक्षा में यूपी पुलिस और एनआईए कर्मियों ने हवा में गोलियां चलाईं. मामले में कथित संलिप्तता को लेकर दो संदिग्धों से अभी पूछताछ की जा रही है.

गौरतलब है कि आरएसएस की मोहन शाखा के मुख्य शिक्षक गोसाईं की 17 अक्तूबर की सुबह लुधियाना के गगनदीप कॉलोनी स्थित उनके आवास के बाहर मोटरसाइकिल पर सवार अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी.

मामले की जांच कर रही पंजाब पुलिस ने घटना के कुछ दिन बाद रमनदीप सिंह और हरदीप सिंह को गिरफ्तार किया था.

एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, ‘यह बात भी सामने आई है कि सिख कट्टरपंथी तत्वों और ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, संयुक्त अरब अमीरात और पाकिस्तान समेत दुनिया के अन्य हिस्सों में रह रहे तत्वों ने पंजाब को अस्थिर करने की साजिश रची थी.’

उन्होंने कहा कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए दूसरे देशों से फंड भेजे जा रहे हैं.