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एंबुलेंस नहीं मुहैया कराने का मामला: एनएचआरसी का योगी सरकार को नोटिस

आयोग ने कहा कि उसने मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया

Bhasha

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने एंबुलेंस सेवा न मिलने के कारण एक व्यक्ति द्वारा अपने कंधे पर अपने बेटे की लाश ढोने के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है. इटावा जिले में एक अस्पताल द्वारा कथित तौर पर एंबुलेंस सेवा न दिए जाने पर व्यक्ति अपने बेटे की लाश कंधे पर ले गया था. उसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था.

आयोग ने कहा कि उसने मीडिया में आई खबरों का स्वत: संज्ञान लिया है और राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया है.


आयोग ने चार सप्ताह के भीतर मुख्य सचिव से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें विशेष रूप से सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों द्वारा पेश की जाने वाले एंबुलेंस सेवाओं के बारे में सूचना प्रदान करने को कहा गया है.

खबरों के अनुसार, उदयवीर अपने बेटे पुष्पेंद्र का इलाज कराने के लिए इटावा के जिला अस्पताल लाया था. उदयवीर का आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टरों ने उसके बेटे का इलाज नहीं किया. उसके बेटे के पैरों में दर्द था. डॉक्टरों ने उसे बिना देखे ही मृत घोषित कर दिया और उसे अस्पताल से ले जाने के लिए कह दिया. उसके बाद पिता अपने बेटे के शव को कंधे पर रखकर अस्पताल परिसर से बाहर निकल गया.

उदयवीर का कहना है कि वह दो बार अपने बेटे को अस्पताल लेकर आया था. उदयवीर ने कहा, 'उन्‍होंने कहा कि लड़के के शरीर में अब कुछ नहीं बचा है…उसके बस पैरों में दर्द था. डॉक्‍टरों ने मेरे बच्‍चे को बस चंद मिनट देखा और कहा कि इसे ले जाओ.'