News18 Rising India Summit के दूसरे सत्र The Making of World Power में केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु, अनिल अग्रवाल, दीप कालरा, अमिताभ कांत और रजनीश कुमार ने भारत के वर्ल्ड पॉवर बनने पर चर्चा की.
इस दौरान एनपीए की समस्या पर एसबीआई के चेयरमैन जब भी आप किसी हाईवे पर चलते हैं, एयरपोर्ट में घुसते हैं या बिजली सप्लाई को लेकर खुश महसूस करते हैं तो देश के बैंकों को जरूर याद रखना चाहिए. हम पब्लिक सेक्टर बैंकों के महत्व को देश के विकास में समझना ही होगा. दुनिया में कोई ऐसी वैश्विक ताकत नहीं है जिसके साथ एनपीए की समस्या न रही हो.
एसबीआई के चेयरमैन ने कहा कि बैंक चाहे प्राइवेट हों चाहे पब्लिक सेक्टर के हों, इससे फर्क नहीं पड़ता. ये एथिक्स की बात है. उन्होंने कहा कि हमारे पास कई अच्छी पब्लिक सेक्टर कंपनियों के उदाहरण हैं. दोनों ही सेक्टरों में अच्छी-बुरी कंपनियां हैं.
कॉमर्स मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारत की जीडीपी मुख्यतः सर्विस सेक्टर के कारण विकास कर रही है. कृषि क्षेत्र में स्ट्रक्चरल समस्याओं की वजह से जीडीपी ग्रोथ नहीं हो रहा है. भारत को मुख्यरूप से निर्माण पर फोकस करने की जरूरत है और इसमें कृषि भी शामिल है.
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि हम 7.3 प्रतिशत की रेट से विकास कर रहे हैं. हमें इसे और बढ़ाने की जरूरत है. हमारा प्रोडक्शन अब भी बेहद कम है और निर्यात भी प्रभावशाली नहीं है. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में अगले दो सालों में हमें टॉप 50 में पहुंचना होगा.