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News18RisingIndia: पीएम मोदी से लेकर कंगना रनौत तक की खास बातें

देश के सबसे बड़े मीडिया समूह नेटवर्क 18 के 'राइजिंग इंडिया समिट' में तमाम बड़ी शख्सियतों ने अपनी राय रखी. पीएम मोदी ने 'इंडिया राइजिंग' के मायने बताए तो गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी देश की सुरक्षा खुलकर चर्चा की

FP Staff

देश के सबसे बड़े मीडिया समूह नेटवर्क 18 के 'राइजिंग इंडिया समिट' में तमाम बड़ी शख्सियतों ने अपनी राय रखी. इस समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'इंडिया राइजिंग' के मायने बताए तो गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने देश में हो रही गतिविधियों पर खुलकर चर्चा. इसके अलावा इस समिट में बॉलीवुड स्टार रणवीर सिंह और अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी शिरकत की-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: इस समिट में पीएम मोदी ने कहा कि 'ईस्ट एक्ट, एक्ट फास्ट' ही वो मंत्र है जिसके जरिए पूर्वी भारत को पिछड़ेपन के जाल से बाहर निकाला जा सकता है. राइजिंग इंडिया पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा 'आज (शुक्रवार) मैं मणिपुर में था. पीएम के तौर 28वीं या 29वीं उत्तर पूर्व की यात्रा थी. जो लोग ये सोचते हैं कि हम लोग उत्तर पूर्व पर वोट के लिए ध्यान दे रहे हैं उन्होंने खुद को लोगों के दिलों से काट लिया है. जब अकेलेपन से अलग हटकर हमसे दिल से मिल जाएगा तो यही राइजिंग इंडिया है.'


हेल्थ सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में जब हमारी सरकार बनी थी तब मेडिकल में 52 हजार सीटें थीं जो अब बढ़कर 85 हजार हो गई हैं. पीएम मोदी ने बताए हेल्थ के चार स्तंभ बताए- प्रिवेंटिव हेल्थकेयर, अफोर्डेबल हेल्थ केयर, सप्लाई साइड इंटरवेंशन और मिशन रोड इंटरवेंशन.

गृह मंत्री राजनाथ सिंह: गृह मंत्री ने इस समिट में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने गोरखपुर उपचुनाव में हार, जेएनयू, पड़ोसी देशों से भारत के रिश्तों पर खुलकर चर्चा की. जेएनयू पर बोलते हुए राजनाथ ने कहा 'JNU एक यूनिवर्सिटी है और यह देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है, लेकिन किसी भी संस्था का इस्तेमाल राजनीतिक फायदों के लिए नहीं होना चाहिए.'

गोरखपुर उपचुनाव में बीजेपी की हार पर भी राजनाथ सिंह ने अपने विचार रखे. उन्होंने कहा 'गोरखपुर में हार हो गई, लेकिन आगे ऐसा नहीं होगा.' जब उनसे पूछा गया कि आगे ऐसा क्यों नहीं होगा, तो उन्होंने कहा 'अब समझ में आ गया कि ऐसा भी हो सकता है.'

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण: देश में पिछले कई दिनों से विपक्षा राफेल डील को लेकर शोर मचा रहा है, लेकिन सरकार ने इस पर कोई सटीक प्रतिक्रिया नहीं की. देश की रक्षा मंत्री ने 'News18RisingIndia' समिट में इस पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा 'विपक्ष बार-बार इस बात की तुलना कर रहा है कि वो कम रेट में रक्षा सामग्री खरीद रहे थे, हमने ज्यादा में खरीदा. लेकिन सच तो ये है कि उन्होंने सौदा नहीं किया और हमने राफेल विमान खरीद लिए. आप दुकान जाते हैं, आप चाहे कितना भी मोलभाव कर लें, आपको हर दुकान वाला अलग रेट बताएगा. बात तो तब हो जब आप वो सामान खरीदकर लाएं.'

सीतारमण ने कहा कि मुझे फर्क नहीं पड़ता की विपक्ष क्या कहता है. लेकिन असलियत ये है कि हमने इसकी शुरुआत की है. कई बार नियमों में सुधार की जरूरत होती है और प्रक्रियाओं के पालन की जरूरत होती है. अब हमें पूरा भरोसा है कि रक्षा सामग्री की खरीद आसान होगी और इसकी प्रक्रियाएं सरल होंगी.

खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़: 2019 लोकसभा चुनाव पर पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा 'केवल बीजेपी ही 2019 में सारी बाधाओं को पार कर आगे बढ़ सकती है. ऐसे में 2019 में उन सभी दलों को बीजेपी के घोड़े पर सवार होना ही पड़ेगा, जो अभी बीजेपी को छोडकर भी जा रहे हैं.'

केंद्रीय मंत्री ने टीडीपी की तरफ से लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन दिए जाने के सवाल पर कहा कि ‘बाहर से कोई कुछ भी बोले, इंटर्नली वो भी जानते हैं कि 2019 नजदीक आएगा तो केवल बीजेपी ही है कि उस आब्सटेकिल को पार कर सकती है और उस घोड़े पर सवार होना ही पडेगा.’

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा 'हर चीज को राजनीति से देखने पर उसका रंग रूप अलग हो जाता है. विकास को राजनीति के एंगल से देखने पर सबकुछ बदल जाता है. एनडीए छोड़कर गए सभी नेता विकास को राजनीति के चश्मे से देख रहे हैं.'

रणवीर सिंह: राइजिंग इंडिया समिट में सवाल जवाब का दौर शुरू होते ही रणवीर ने बताया कि पद्मावत की रिलीज के वक्त वो जो कुछ भी बोलना चाहते थे, फिल्म के मेकर्स ने उन्हें बोलने नहीं दिया. रणवीर ने साफ कहा कि पद्मावत का पूरा विवाद बहुत परेशान करने वाला था. मेरे हाथ में कुछ नहीं था. हर चीज़ मेरी पहुंच से बाहर थी. मैं कुछ कहना चाहता था लेकिन मैं बोल नहीं सकता था.

रणवीर सिंह ने ये भी बताया कि कैसे उन्होंने बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए 3 साल का स्ट्रगल किया. लोग उन्हें कहते थे कि वो बाहरी आदमी हैं इसलिए उन्हें बॉलीवुड में बड़ा मौका नहीं मिलेगा. लेकिन यशराज की फिल्म बैंड बाजा बारात से अपना करियर शुरू करने वाले रणवीर ने जल्द ही साबित कर दिया कि वो बाहरी जरूर थे लेकिन जिंदगी ने उन्हें बडे़ मौके दिए. जिन्हें उन्होंने अपनी पूरी मेहनत देकर भुनाया.

योगी आदित्यनाथ: योगी आदित्यनाथ ने न्यूज 18 के राइजिंग इंडिया समिट में गोरखपुर की हार पर बोलते हुए कहा कि ‘यह अतिआत्मविश्वास की हार है. योगी ने कहा कि जब भी अतिआत्मविश्वास में काम करेंगे और मान लेंगे कि यह तो हमारी है, तो आप पुरुषार्थ करना भूल जाएंगे तो यही होगा.’ उन्होंने कहा हर जीत प्रेरणा देती है, लेकिन, हर हार हमें सबक देती है. ऐसे में हम गोरखपुर की हार से सबक लेकर आगे बेहतर करने का प्रयास करेंगे.

योगी ने कहा कि इस उपचुनाव ने साबित कर दिया है कि ‘इन तीनों में से किसी में अकेले बीजेपी से मुकाबला करने की ताकत नहीं है. इसीलिए मिल कर लड़ रहे हैं.’ उन्होंने इन तीनों दलों को चुनौती देते हुए कहा कि पहले तय कर लें कि अखिलेश, मायावती और राहुल गांधी में से उनका नेता कौन है, फिर वो चुनाव लड़ने आएं.

अमरिंदर सिंह: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राइजिंग इंडिया में कहा 'केजरीवाल की यहां-वहां जाने की आदत है. मैंने सुना है कि उनपर 22 मानहानि के मुकदमे हैं. बीजेपी की लहर कमजोर हो रही है. कांग्रेस कमजोर है लेकिन आगे बढ़ रही है. लोग समय के साथ ग्रो करते हैं. राहुल ने भी ये यात्रा की है. आज के राहुल काफी अलग हैं. लोग राहुल गांधी की तरफ देख रहे हैं.'

उन्होंने कहा 'पंजाब नशे का स्वर्ग बन गया था. हमने स्पेशल टास्क फोर्स बनाया. पंजाब में 3 करोड़ लोग और 90 लाख युवा बेरोजगार हैं. ड्रग्स की समस्या की जड़ पाकिस्तान में है. नशे की कीमत बढ़ी है, इसका मतलब हुआ कि ड्रग्स आसानी से नहीं मिल रहे हैं.'

रुचिर शर्मा: न्यूज18 के राइजिंग इंडिया समिट में मॉर्गन स्टैनली के चीफ ग्लोबल स्ट्रैटेजिस्ट रुचिर शर्मा ने कहा कि साल 2014 से अब तक 23000 अरबपति देश छोड़ कर चले गए. पिछले साल 7000 अरबपतियों ने देश छोड़ दिया. उससे पहले 4000 लोगों ने देश छोड़ा था. इसका एक बड़ा साइडइफेक्ट यह है कि आपको अपने देश में इनवेस्ट करने के लिए अपने लोगों की जरूरत है और अरबपतियों के देश छोड़ने का असर स्थानीय मार्केट पर पड़ता है.

रुचिर शर्मा कहते हैं कि बैंकिंग संकट देश की अर्थव्यवस्था पर निगेटिव असर होता है. हर देश को एक सार्वजनिक क्षेत्र की जरूरत है, लेकिन कोई देश भारत के रूप में असंतुलित नहीं है. पीएसयू बैंकों की परिसंपत्तियों की 2/3rd हिस्सेदारी होती है, जबकि निजी बैंक अधिक लेनदेन में शामिल होते हैं. यह भारतीय बैंकिंग सेक्टर को परेशान कर रहा है. भारतीय बैंकिंग सेक्टर में प्राइवेट बैंक लगातार कर्ज दे रहे हैं और कमाई कर रहे हैं. वहीं, सरकारी बैंक रेग्युलेटर के चलते दिक्कतों में फंसे हुए और उनकी क्रेडिट ग्रोथ भी गिर रही है.

कंगना रनौत: बॉलीवुड में अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत ने फिल्म इंडस्ट्री में परिवारवाद पर जमकर निशाना साधा. बाहरी लोगों को इंडस्ट्री कैसे अलग फील कराती है इसके जवाब में कंगना ने कहा कि शुरुआत में आपको कई चीजें नहीं पता होती हैं. जैसे मुझे सीन और शॉट के बीच का अंतर नहीं पता था. शुरुआत में किसी ने मुझसे कहा था कि तुम्हारे दो सीन हैं और मुझे लगा कि दो शॉट हैं जो आधे घंटे में खत्म हो जाएंगे.

नेपोटिज्म यानी परिवारवाद पर करण जौहर के साथ हुई कॉन्ट्रोवर्सी पर कंगना रनौत ने कहा कि यही आजादी है कि आप करण जौहर पर दबाव नहीं बना सकते कि वह किसे अपनी फिल्म में लें या किसे नहीं. दूसरी तरफ मुझे भी कोई नहीं कह सकता कि मुझे क्या कहना चाहिए क्या नहीं. और हम दोनों इंडस्ट्री का ही हिस्सा हैं.

कंगना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में कहा कि मैं मोदी की बड़ी फैन हूं. मैं बहुत ज्यादा पेपर नहीं पढ़ती हूं. पर वह एक सक्सेस स्टोरी हैं, एक आम आदमी की महत्वाकांक्षा, एक चायवाला आज देश का पीएम है. यह उनकी नहीं देश के लोकतंत्र की जीत है. दुनिया परफेक्ट नहीं हो सकती लेकिन इसे हम बैलेंस बना सकते हैं.