जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने चुनाव आयोग की सराहना की और चुनाव आयोग के कदम को केंद्र के दबाव का सामना करने जैसा करार दिया है. उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता अहमद पटेल की गुजरात राज्यसभा चुनाव में जीत ‘कभी इतनी मुश्किल नहीं होती’ और विपक्ष को 2019 के आम चुनावों में बीजेपी से मुकाबले के लिए आत्मनिरीक्षण करने और अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के कार्यकारी अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘अहमद भाई की जीत बहुत स्वागत योग्य कदम है लेकिन यह इतनी मुश्किल नहीं होती. आत्मनिरीक्षण और रणनीति बदलने की जरूरत है.’
उन्होंने कहा, ‘हमें यह समझने के लिए और कितने साक्ष्य की जरूरत होगी कि हम विपक्षी पार्टियां एक कठोर, राजनीतिक मशीन में बदल गई बीजेपी के खिलाफ हैं.’ चुनाव आयोग की भूमिका पर उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि, ‘पांच वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों के दबाव का डट कर सामना करते हुए एक फैसला सुनाया जो बीजेपी को झटका देने वाला है.’