रक्षा मंत्री ने देश के विकास के लिए इसे सोशल मीडिया को 'जहर से मुक्त' रखने की जरुरत पर बल दिया. सीतारमण ने कहा- 'हमें उस जगह को जहर मुक्त बनाने की शुरुआत करनी होगी. वो एक बातचीत और खुद को व्यस्त रखने का प्लेटफॉर्म भर होना चाहिए. लोग एक दुसरे से जुड़ें लेकिन उसमें किसी तरह की नकारात्मकता, जलन न हो.'
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक सीतारमण ने ये बातें नमस्ते इंडिया नाम के एनजीओ के छठे सोशल मीडिया कंक्लेव में कही. इस कंक्लेव में बीजेपी के महासचिव राम माधव भी मौजूद थे. सोशल मीडिया पर सरकार के काम, योजनाओं को बताने और लोगों तक पहुंचाने वाले लोगों के लिए सीतारमण ने 'योद्धा' या फिर 'लड़ाके' शब्द के इस्तेमाल से इंकार करते हुए कहा कि वो उन्हें आर्किटेक्ट बुलाना ज्यादा पसंद करेंगी. क्योंकि ये लोग आसपास के माहौल को बढ़िया बनाते हैं उसे संवारते हैं.
सीतारमण ने कहा- आर्किटेक्ट हमारे आसपास के माहौल को, वातावरण को बेहतर बनाने के लिए कई तरह की चीजें करते हैं. वो नए पौध लाते हैं. मुझे लगता है कि सोशल मीडिया के आर्किटेक्ट के रुप में हमें अपनी संस्कृति को सुंदर, टेक्नोलॉजी पर आधारित, बातचीत को बढ़ावा देने वाला बनाना चाहिए. फिर चाहे वो इंस्टाग्राम हो या फिर व्हाट्सएप या फेसबुक.