view all

'STA-1 का दर्जा मिलना भारत-US के बीच बढ़ते भरोसे का प्रतीक'

अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सिंह सरना ने इस निर्णय को आर्थिक और सुरक्षा के क्षेत्रों में भागीदार के रूप में भारत के प्रति अमेरिका का बढ़ता भरोसा करार दिया है

Bhasha

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने भारत को अपने देश की तथाकथित रणनीतिक व्यापार अधिकरण-1 सूची (एसटीए-1) की सूची में स्थान दिया है. इससे यहां से भारत को उच्च प्रौद्योगिकी वाले उत्पादों का निर्यात करना आसान होगा.

अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सिंह सरना ने इस निर्णय को आर्थिक और सुरक्षा के क्षेत्रों में भागीदार के रूप में भारत के प्रति अमेरिका के बढ़ते भरोसे का उदाहरण बताया है. उन्होंने कहा है कि इससे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ावा मिलेगा.


अमेरिका ने 2016 में भारत को प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में मान्यता दी थी. इसके बाद सोमवार को अमेरिका द्वारा भारत को एसटीए-1 का दर्जा दिया गया है.

सरना ने कहा, ‘यह न केवल बढ़ते भरोसे का प्रतीक है बल्कि यह आर्थिक और सुरक्षा भागीदार के रूप में भारत की क्षमताओं को भी मान्यता है. पहले से यह माना जाता है कि भारत में कई स्तर की निर्यात नियंत्रण व्यवस्था है, जिससे अधिक संवेदनशील प्रौद्योगिकियां और दोहरे इस्तेमाल वाली प्रौद्योगिकियों का भारत को बिना किसी जोखिम के हस्तांतरित (ट्रांसफर) किया जा सकता है.’

अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस द्वारा भारत को एसटीए-1 का दर्जा देने की घोषणा के बाद सरना ने एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में यह बात कही.

यूएस चैंबर आफ कामर्स द्वारा आयोजित पहली हिंद प्रशांत व्यापार मंच में परिचर्चा में अमेरिका भारत व्यापार परिषद की अध्यक्ष निशा देसाई बिस्वाल के सवाल पर सरना ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच सुरक्षा और आर्थिक संबंधों को मान्यता है. भारत को प्रमुख रक्षा भागीदार का दर्जा देना एक तर्कसंगत कदम है.