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मेरे पाकिस्तान जाने से रिश्ते खराब नहीं बल्कि मजबूत हुए हैं: सिद्धू

सिद्धू ने कहा, इमरान ने मैसेज किया है कि वह शांति चाहते हैं. सिद्धू ने यह भी कहा कि जब भी कोई भारतीय प्रधानमंत्री पाकिस्तान से लौटा है तो जवाब में भारत पर आतंकी हमला हुआ है लेकिन उनका ट्रिप शांति के मैसेज के साथ खत्म हुआ

FP Staff

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धु ने इस्लामाबाद से लौटकर बयान दिया है कि उन्हें भरोसा है कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते में मजबूती आएगी. उन्होंने बताया कि उनके दोस्त इमरान खान ने उन्हें मैसेज कर कहा है कि वह शांति चाहते हैं. नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जब भी कोई भारतीय प्रधानमंत्री पाकिस्तान से लौटा है तो जवाब में भारत पर आतंकी हमला हुआ है लेकिन उनका ट्रिप शांति के मैसेज के साथ खत्म हुआ.

पिछले महीने पाकिस्तान से लौटकर सिद्धू ने कहा था उनके इस भ्रमण पर देश में एक विवाद चल रहा था लेकिन पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री ने उनसे शांति की मांग की है. बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू 18 अगस्त 2018 को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे.  इस दौरान सिद्धू ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाया था जिसके चलते विपक्षी पार्टी बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस ने भी उनकी जमकर आलोचना की थी. यहां तक कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी उनके बारे में बहुत सी बातें की थीं.


क्या है सिद्धू का भरोसा?

वहीं रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार जरूर होगा. सिद्धू ने कहा, 'पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जब पाकिस्तान से लौटे थे तो कारगिल युद्ध हुआ था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पाकिस्तान से वापस आए तो पठानकोट में आतंकवादी हमला हो गया था लेकिन जब सिद्धू वापस आया तो कुछ 'नोकझोक' होने के बाद ही मेरे दोस्त का मैसेज आया कि हम शांति चाहते हैं. आप एक कदम आगे बढ़ेंगे और हम दो कदम बढ़ेंगे.'

अजमेर में युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित 'सोच से सोच की लड़ाई' कार्यक्रम में पंजाब के पर्यटन मंत्री ने कहा कि खिलाड़ी और कलाकार बाधाएं तोड़ते हैं. वह प्यार का संदेश देते हुए लोगों को करीब लाने का काम करते हैं.' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 25 दिसंबर 2015 की लाहौर यात्रा की बात करते हुए सिद्धू ने कहा कि बातचीत और संवाद द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने का एकमात्र तरीका है, क्योंकि रक्त बहाकर आजतक कुछ भी हासिल नहीं किया गया। यह केवल आपकी नेगेटिविटी को बढ़ाता है.