ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बहन और प्रसिद्ध लेखिका गीता मेहता द्वारा 'पद्म श्री' सम्मान लेने से इनकार करने के बाद अब नवीन पटनायक का पहला रिएक्शन आया है. पटनायक ने कहा है कि यह फैसला उनकी बहन का है. मेरी बहन को यह हक है कि वो जो चाहे करे.
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को केंद्र सरकार की ओर से उन्हें इस सम्मान से नवाजे जाने का ऐलान किया गया था.
अमेरिका के न्यूयॉर्क में रह रहीं गीता मेहता ने कहा कि लोकसभा चुनाव से चंद महीने पहले दिए गए इस सम्मान से गलत संदेश जाएगा. मेहता ने इस संबंध में बयान जारी कर कहा कि यह कदम सरकार और उनके लिए शर्मिंदगी का सबब बन सकता है.
गीता मेहता ने बयान में कहा, 'मैं इस बात से बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं कि सरकार ने मुझे 'पद्म श्री' सम्मान के लायक समझा, लेकिन मुझे बहुत ही अफसोस के साथ इसे लेने से मना करना पड़ रहा है. देश में लोकसभा के चुनाव नजदीक हैं और अवॉर्ड की टाइमिंग से समाज में गलत संदेश जाएगा, जो मेरे और सरकार दोनों के लिए शर्मिंदगी की बात होगी. इस बात का मुझे हमेशा अफसोस रहेगा.'