उद्योग संगठन नैसकॉम ने भारत के आईटी सेक्टर में बड़े पैमाने पर छंटनी की आशंका को खारिज किया है. उसका दावा है कि आईटी क्षेत्र पक्के तौर पर बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार दे रहा है.
इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) क्षेत्र की कंपनियों के इस संगठन के अनुसार उद्योग शुद्ध रूप से हर साल 1.5 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दे रहा है. बड़े पैमाने पर छंटनी की रिपोर्ट को खारिज करते हुए नासकॉम ने कहा कि उद्योग में प्रदर्शन मूल्यांकन एक नियमित प्रक्रिया है. यह कार्यबल के पुनर्गठन का हिस्सा है.
नैसकॉम ने एक बयान में कहा, ‘कौशल और कार्यबल पुनर्गठन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कंपटीटर बने रहने के लिए जरूरी है.’
विप्रो, इंफोसिस, कोग्नीजेंट और टेक महिंद्रा जैसी बड़ी आईटी कंपनियों ने अपने सालाना प्रदर्शन समीक्षा शुरू की है. इस प्रक्रिया का मकसद खराब परफॉर्मेंस वाले कर्मचारियों को हटाना है. ऐसा अनुमान है कि हजारों कर्मचारियों को अगले कुछ हफ्तों में जॉब से हटाया जा सकता है.
यह सब ऐसे समय हो रहा है जब भारतीय आईटी कंपनियां अमेरिका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में कड़े वर्क परमिट वीजा नियमों को लेकर चुनौतियों का सामना कर रही हैं.