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बिहार: बक्सर डीएम मुकेश पांडेय की सुसाइड मिस्ट्री का क्या है पूरा सच?

बक्सर सर्किट हाउस में कार्यरत एक कर्मचारी ने बताया कि डीएम साहब रात भर लॉन में टहलते रहे

Ravishankar Singh

गुरुवार का दिन बिहार के बक्सर जिले के लिए बहुत बुरा साबित हुआ. बिहार कैडर के 2012 बैच के आईएएस अधिकारी और बक्सर के डीएम मुकेश कुमार पांडेय ने दिल्ली से सटे गाजियाबाद में रेल से कट कर आत्महत्या कर ली.

बक्सर के डीएम मुकेश कुमार पांडेय के सुसाइड के पीछे के कारणों की जांच-पड़ताल शुरू हो गई है. एक आईएसएस अधिकारी की इस तरह की सुसाइड की घटना ने आईएएस महकमे में खलबली मचा दी है.


मुकेश कुमार पांडेय ने बक्सर के सर्किट हाउस में ही सुसाइड करने की पूरी प्लानिंग तैयार कर ली थी. इस बात की तस्दीक फर्स्टपोस्ट हिंदी की तहकीकात में सामने आई है. पिछले एक सप्ताह से मुकेश कुमार पांडेय निजी जिंदगी में चल रहे उठापटक के कारण परेशान चल रहे थे.

पिछले दो महीने में देश के दो आईएएस अधिकारी की मौत की खबर आ चुकी है. मुकेश कुमार पांडेय दूसरे ऐसे आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने सुसाइड किया है. दो महीने पहले ही कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में लखनऊ में मौत हुई थी. जिसकी जांच सीबीआई कर रही है.

मुकेश कुमार पांडेय की आत्महत्या के शुरुआती कारणों में मुकेश की पत्नी और ससुराल वालों से अनबन की बात सामने आ रही है.

मुकेश पांडेय के पास से मिला पेपर जिस पर उन्होंने कई जानकारियां दी थीं

सारण के मूल निवासी मुकेश पांडेय पटना में मारुति शोरूम वाउज के मालिक राकेश कुमार सिंह के दामाद थे. मुकेश की पत्नी पिछले कुछ महीनों से दिल्ली में रह रही थीं. दो दिन पहले ही मुकेश कुमार पांडेय पटना जाने के नाम से बक्सर से दिल्ली चले आए थे.

पांडेय को 31 जुलाई को ही बक्सर का डीएम बनाया गया था. बतौर जिलाधिकारी यह उनकी पहली पोस्टिंग थी. इसके पहले वे बेगूसराय के बलिया अनुमंडल में एसडीएम और कटिहार में डीडीसी के पद पर सेवा दे चुके थे.

बक्सर जिले में एक सप्ताह पहले ही योगदान करने वाले मुकेश कुमार पांडेय कटिहार से आए थे. मुकेश कुमार पांडेय ने जिले के सभी वरीय अधिकारियों के साथ पहली बैठक ज्वाइन करने के दिन ही ली थी.

पहले ही दिन सभी अधिकारियों को उनकी विभागीय फाइलों को अपडेट करने और प्राथमिकता के साथ मिलने को कहा था. गुरुवार के दिन भी मुकेश कुमार पांडेय का कई व्यस्त कार्यक्रम था. लेकन, उनके अचानक छुट्टी पर चले गए.

बक्सर के डीडीसी मो मोबिन अली जिनको मुकेश कुमार पांडेय ने डीएम का चार्ज दिया था, 'फर्स्टपोस्ट हिंदी से बात करते हुए कहते हैं, डीएम साहब ने बुधवार शाम को अपने मामा की तबीयत खराब होने की बात कही थी. गुरुवार सुबह को वह प्रभार दे कर चले गए. पिछले कुछ दिनों से बातचीत करने से लगता था कि डीएम साहब परेशान हैं. देर रात उनकी मौत की सुचना मिली है जो कि हम सब के लिए बहुत दुर्भाग्य है. मैं दिल्ली के निकल रहा हूं.'

हम आपको बता दें कि पिछले एक सप्ताह से मुकेश कुमार पांडेय जिले के सर्किट हाउस में ही रह रहे थे. डीएम आवास में शिफ्ट नहीं कर पाए थे. पिछले बुधवार को ही अपना सामान ले कर कटिहार से आए थे.

बुधवार को ही वह जिले के कुछ अधिकारियों के साथ रात में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिले के विकास कार्यों का जायजा लेकर सर्किट हाउस चले गए.

फर्स्टपोस्ट हिंदी ने सर्किट हाउस में काम करने वाले एक कर्मचारी से बात की. उस कर्मचारी का कहना है, डीएम साहब पिछले एक सप्ताह से सर्किट हाउस में ठहरे हुए थे. बुधवार को वह पूरी रात लॉन में टहलते रहे. रात डेढ़ बजे अचानक ही बोले कि मैं पटना निकल रहा हूं. वह काफी बेचैन नजर आ रहे थे. मुझे समझ में नहीं आया कि आखिर रात को डेढ़ बजे क्यों पटना के लिए निकल रहे हैं?

हैरान करने वाली बात यह है कि बक्सर डीएम ने अपने सुसाइड की कहानी सर्किट हाउस में ही तैयार कर ली थी. जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से वह सर्किट हाउस में रात-रात भर जगते थे. उससे डीएम की मानसिक स्थिति का पता चलता है. मुकेश कुमार पांडेय अपना ऑफिशियल मोबाइल फोन दिल्ली निकलते हुए सर्किट हाउस में ही छोड़ दिया था.

हम आपको बता दें कि मुकेश कुमार पांडेय के ससुर राकेश कुमार सिंह पटना के जाने-माने कारोबारी हैं. पटना में उनकी मारुति की एक ऑटोमोबाइल एजेंसी है.

करीबी कहते हैं कि मुकेश कुमार पांडेय की वैवाहिक जीवन सुखी नहीं था. शादी के बाद बहुत दिनों तक पत्नी साथ नहीं रही थीं. बेटी की परेशानी को कम करने के लिए पिता राकेश कुमार सिंह ने बेटी को अपने कारोबार में व्यस्त रखते थे.

तीन साल पहले ही उनकी शादी पटना के सबसे महंगे होटल मौर्या में हुआ था.

मुकेश कुमार ने सुसाइड करने से पहले अपने फोन से एक मैसेज किसी को भेजा है, जिसमें लिखा है कि पश्चिमी दिल्ली स्थित जनकपुरी मोहल्ले में होटल पिकाडली के दसवें फ्लोर से छलांग लगाकर आत्महत्या कर रहे हैं.

मैसेज में लिखा है कि मैं जीवन से निराश हूं और मानवता से विश्वास उठ गया है. मेरा सुसाइड नोट दिल्ली के होटल लीला पैलेस में नाईक के बैग में रूम नंबर 742 में रखा है. मैं आप सबसे प्यार करता हूं. कृपया मुझे माफ कर दें.

हालांकि वहां दिल्ली पुलिस के पहुंचने के बाद डीएम नहीं मिले, दिल्ली पुलिस की टीम लगातार पीछे रही लेकिन आखिरकार रात 9 बजे के करीब मुकेश का शव गाजियाबाद में रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया.

बक्सर डीएम मुकेश कुमार पांडे के खुदकुशी करने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, वह एक कुशल प्रशासक और संवेदनशील अधिकारी थे. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.

मुकेश पांडेय की मौत के बाद उनके परिजनों से मिलने पहुंचे बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे ने कहा मैं सदमे में हूं. उन्होंने कहा कि मुकेश बेहद होशियार नौजवान थे, मुझे ये भरोसा ही नहीं रहा है कि उन्होंने आत्महत्या कर ली है. देश के कई आईएएस एसोसिएशनों ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है.