बिहार के मुजफ्फरपुर हिट एंड रन केस का मुख्य आरोपी और बीजेपी नेता मनोज बैठा ने सरेंडर कर दिया है. 9 बच्चों की मौत का आरोपी बैठा ने मुजफ्फरपुर में सरेंडर किया है.
सरेंडर के बाद उसे श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में भर्ती कराया गया है. दुर्घटना के दौरान लगी चोटों का यहां पर इलाज होगा.
बीते शनिवार को सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर के बीच एनएच 77 पर हुए सड़क दुर्घटना में 9 स्कूली बच्चों की मौत हो गई थी. बताया जाता है कि मनोज बैठा अपनी बोलेरो गाड़ी से सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर की तरफ आ रहा था.
रास्ते में मीनापुर थाना क्षेत्र के धरमपुर दांव में उसकी गाड़ी ने पहले एक महिला और पुरुष को टक्कर मारी. इस टक्कर के बाद वो भागने की फिराम में सड़क किनारे खड़े बच्चों को कुचल दिया. बच्चे अपने स्कूल से घर की तरफ लौट रहे थे. मौके पर ही 9 बच्चों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए.
सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पता चला कि गाड़ी खुद मनोज बैठा ही चला रहा था. इस घटना के बाद वह फरार हो गया था और आशंका जताई जा रही थी कि वो नेपाल भाग गया.
मंगलवार को विपक्षी पार्टियों बैठा की गिरफ्तारी करने की मांग को लेकर जम कर हंगामा किया. विधानसभा और विधानसभा के बाहर भी विपक्ष गिरफ्तारी की मांग करते रहे. राबड़ी देवी ने कहा था कि जबतक मनोज बैठा को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता तबतक सदन नहीं चलने देंगे.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी पर आरोप लगाया था कि वो बैठा को संरक्षण दे रहे हैं. इस हादसे के बाद विपक्षी पार्टियों ने कहा था कि आरोपी बीजेपी का सदस्य है, लेकिन बीजेपी ने इसे नकार दिया.
जब यह बात सामने आ गई कि वह सीतामढ़ी जिले का बीजेपी महामंत्री है तब पार्टी ने उसे 6 साल के निलंबित कर दिया.