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उत्कल ट्रेन हादसा: चीफ ट्रैक इंजीनियर समेत चार सस्पेंड

साथ ही उत्तर रेलवे के जीएम, दिल्ली के डीआरएम और रेल बोर्ड के मेंबर इंजीनियरिंग को भी छुट्टी पर भेजा गया है

FP Staff

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली में हुए भीषण ट्रेन हादसे में रेलवे ने अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है. उत्तर रेलवे के चीफ ट्रैक इंजीनियर का तबादला कर दिया गया है.

इस मामले में रेलवे ने कुल चार अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है. साथ ही उत्तर रेलवे के जीएम, दिल्ली के डीआरएम और रेल बोर्ड के मेंबर इंजीनियरिंग को भी छुट्टी पर भेजा गया है. रेलवे ट्रैक की निगरानी टीम को भी दोषी पाया गया है.


खतौली हादसे पर रेलवे की जांच रिपोर्ट!

शुरुआती जांच में ही ये संकेत मिले थे कि ट्रैक की निगरानी टीम ने मामले में लापरवाही बरती. ये डिपार्टमेंट रेगुलर चलने वाली ट्रेनों के रूट पर नज़र रखता है. मौके पर पहुंची टीम ने रिपोर्ट में बताया कि मेंटनेस का काम चल रहा था, जिसकी वजह से पटरी को हेक्सा ब्लेड से काटा गया था, इसकी वजह से नट बोल्ट और फिश प्लेट पटरी से हटी हुई थी. 5.45 पर ट्रेन गुजरी और 5.47 पर हादसा हुआ. 5 बोगी दुर्घटना वाली जगह से निकल गई थी. लेकिन 13वीं बोगी के पलटने से हादसा हुआ है.

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया था कि प्रथमदृष्टया एटीएस को इस घटना के पीछे किसी तरह की कोई आतंकवादी साजिश होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं.

गौरतलब है कि शनिवार शाम उत्तर प्रदेश के मेरठ-सहारनपुर डिवीजन में ओडिशा से उत्तराखंड के हरिद्वार जा रही पुरी-उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन के 14 डिब्बे मेरठ-सहारनपुर के बीच पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई और करीब 203 लोग घायल हो गए. जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.

हादसे से बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने उत्तर प्रदेश में हुए रेल हादसे के एक दिन बाद रविवार को कहा कि उन्होंने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को शाम तक प्रारंभिक सबूत के आधार पर जिम्मेदारी तय करने का निर्देश दिया था. जहां हादसा हुआ, वहां रेल ट्रैक की मरम्मत काम चल रहा था. यह देखकर ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई, जिस कारण यह भीषण दुर्घटना हुई.