view all

पैराडाइज पेपर्स की जांच करेगा मल्टी-एजेंसी ग्रुप: सीबीडीटी

पैराडाइज पेपर्स में जिन भारतीयों के नाम है, उसमें अमिताभ बच्चन, विजय माल्या, नीरा राडिया, केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा के नाम हैं

Bhasha

केंद्रीय डायरेक्ट टैक्स बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा है कि पनामा दस्तावेजों की जांच कर रहा मल्टी-एजेंसी ग्रुप (एमएजी) ताजा सामने आए पैराडाइज दस्तावेजों की जांच की निगरानी करेगा. बरमूडा की एक लीगल कंसल्टेंसी कंपनी के कंप्यूटर रिकार्ड से उड़ाए गए इने दस्तावेजों में कई भारतीय इकाइयों और हस्तियों के विदेशों में निवेश का उल्लेख है.

पैराडाइज दस्तावेजों में 714 भारतीय व्यक्तियों और इकाइयों के नाम हैं. केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा और अभिनेता अमिताभ बच्चन जैसे लोग शामिल हैं. सीबीडीटी ने कहा है कि देश भर में आयकर विभाग की जांच इकाइयों को इन सूचनाओं को लेकर सतर्क कर दिया गया है. डायरेक्ट टैक्स व्यवस्था के इस शीर्ष निकाय ने कहा है कि उसकी विदेशी इकाइयां विदेशों में निवेश करने वाले कुछ मामलों की तेजी से जांच करने में पहले से ही लगी हैं.


आयकर विभाग के नीति नियामक निकाय सीबीडीटी के बयान में कहा गया है, ‘जैसे ही आगे की सूचना आती है, कानून के मुताबिक उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी.’ बयान के अनुसार सरकार ने पैराडाइज पेपर्स के मामलों में जांच का निर्देश दिया है. इस पर नजर सीबीडीटी के चेयरमैन की अध्यक्षता वाला पुनर्गठित एमएजीत करेगा.

इसमें सीबीडीटी, आईडी, रिजर्व बैंक तथा वित्तीय खुफिया इकाई के प्रतिनिधि शामिल हैं. पनामा पेपर्स में आए भारतीयों के विदेशों में जमा धन की वैधता की जांच के लिए इस समूह एमएजी का गठन पिछले साल अप्रैल में किया गया था. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि समूह पैराडाइज पेपर्स में भारत के जिन 714 व्यक्तियों तथा इकाइयों के नाम आए हैं उनके आयकर रिटर्न के ब्योरे की जांच करेगा और उसके बाद जरूरत पड़ने पर उपयुक्त कार्रवाई करेगा.

हालांकि सीबीडीटी ने कहा कि उसे अभी ताजा घोषणा के बारे में पूरा ब्योरा नहीं मिला है. अबतक मीडिया में कुछ भारतीय नागरिक और इकाइयों के नाम आए हैं.

आईसीआईजे ने किया खुलासा

पैराडाइज दस्तावेज में व्यक्तियों तथा इकाइयों के विदेशों में संपत्ति का खुलासा किया गया है. इसका खुलासा इंडियन एक्सप्रेस ने इंटरनेशनल कंसोर्टियम आफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) ने किया. हालांकि अबतक आईसीआईजे वेबसाइट ने भी सभी इकाइयों के नाम और ब्योरा जारी नहीं किया है.

दस्तावेज में 714 भारतीयों और इकाइयों के नाम हैं. पैराडाइज के कागजों में करीब 70 लाख कर्ज समझौते, वित्तीय ब्योरे, ई-मेल, ट्रस्ट के कागजात और अन्य दस्तावेज शामिल है. ये दस्तावेज करीब 50 साल के हैं और इसे प्रतिष्ठित विदेशी विधि कंपनी एप्पलबी से हासिल किया गया है. इसके कार्यालय बरमुडा और अन्य जगहों पर हैं.

आईसीआईजे की मीडिया सहयोगी इंडिया एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पैराडाइज पेपर्स में जिन भारतीयों के नाम है, उसमें बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन, फरार व्यवसायी विजय माल्या, कंपनियों के लिए पीआर का काम करने वाली नीरा राडिया, संजय दत्त की पत्नी मान्यता, केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा और राज्यसभा सदस्य आर के सिन्हा के नाम हैं. आईसीआईजे जांच को लेकर वैश्विक स्तर पर 95 मीडिया सहयोगियों के साथ काम करता है.

लीक दस्तावेज में छोटी, परिवार द्वारा संचालित ट्रस्ट कंपनी, एशिया सिटी (सिंगापुर) और 19 गोपनीय क्षेत्रों में रजिस्टर्ड कंपनियों से ली गयी फाइलें शामिल हैं. आईसीआईजे का कहना है कि ये दस्तावेज जर्मनी के अखबार सुडुट्चे जितुंग ने प्राप्त किए थे .

वैध काम के लिए भी हो सकता है रजिस्ट्रेशन

हालांकि इसमें साथ में सावधानी के रूप में यह भी कहा गया है कि विदेशों में कंपनियों और ट्रस्ट का रजिस्ट्रेशन वैध कार्यों के लिए भी कराया जाता है और पैराडाइज सूची में किसी नाम के आने का मतलब यह नहीं है कि संबंधित व्यक्ति या इकाई ने कानून का उल्लंघन ही किया है.

रिपोर्ट के अनुसार आंकड़े में शामिल 180 देशों में नामों की संख्या के आधार पर भारत (714) 19वें स्थान पर है. नंद लाल खेमका द्वारा स्थापित सन ग्रुप का भी नाम इसमें शामिल हैं. जिन अन्य भारतीयों के नाम इसमें हैं, उसमें सन टीवी-एयरसेल-मैक्सिस मामला, एस्सार-लूप 2जी मामला, एसएनसी-लवालीन से जुड़े नाम शामिल हैं. एसएनसी- लवलीन मामले में केरल के सीपीएम नेता (केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री) पिनारायी विजयन का नाम भी चर्चा में आया था और अब वह इस मामले से बरी हो चुके हैं.

इसके अलावा इसमें राजस्थान एम्बुलेंस घोटाले से जुड़ी कंपनी जीक्विस्टा हेल्थकेयर का भी उल्लेख है जिसमें शुरुआत में कांग्रेस नेता सचिन पायलट और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम मानद स्वतंत्र निदेशक थे.