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मध्य प्रदेश: जमीन पर कब्जे को दिया सांप्रदायिक रंग, 10 गिरफ्तार

आरोप है कि इनलोगों ने भारत विरोधी नारे लगाए और आरएसएस के झंडे उखाड़ दिए

Bhasha

मध्यप्रदेश में श्योपुर के गांधीनगर इलाके में अलग-अलग समुदायों के दो गुटों के बीच हुए विवाद के बाद एक समुदाय के 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक नाबालिग है. आरोप है कि इनलोगों ने भारत विरोधी नारे लगाए और आरएसएस के झंडे उखाड़ दिए.


पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक समुदाय के 60 से अधिक लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें से 10 को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि दूसरे गुट के अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.

हालांकि, अलग-अलग समुदाय के दो गुटों के बीच हुए इस झगड़े के चार दिन बाद भी पुलिस ने संघ से जुड़े उन लोगों में से किसी को भी अब तक गिरफ्तार नहीं किया है, जिन्होंने कथित रूप से पथराव कर दो व्यक्तियों को घायल किया था.

नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि असलियत में इन दो गुटों में गांधीनगर स्थित एक जमीन के टुकड़े पर लड़ाई चल रही है. यह जमीन नगरीय निकाय की है. इसी जमीनी विवाद पर ये दोनों गुट रविवार को लड़े थे और इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की.

अधिकारी ने बताया कि इसी के चलते दो अप्रैल को दोनों गुट आपस में भिड़ गये थे. श्योपुर जिले के पुलिस अधीक्षक साकेत पांडे ने बताया कि तीन अप्रैल को कुछ लोगों ने पुलिस में दो एफआईआर दर्ज कराई थीं. इसमें कहा गया है कि एक समुदाय के 14 नामित सहित 60 से अधिक लोगों ने उनके साथ मारपीट करने के अलावा भारत-विरोधी नारे लगाये और एक संगठन का झंडा हटा दिया है.

दोनों गुटों के बीच हुई लड़ाई के बाद दोनों पक्षों के ये लोग कोतवाली पुलिस थाना में आये थे और इस दौरान पुलिस के कुछ वाहन भी कथित रूप से क्षतिग्रस्त हुए थे. वाहन क्षतिग्रस्त होने के मामले में पुलिस ने भी कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अगले दिन दूसरे समुदाय के दो घायल लोग भी थाने में आये और उन्होंने भी एक संगठन से जुड़े अज्ञात लोगों के खिलाफ यह कहकर दो एफआईआर दर्ज कराईं कि उन्होंने उन पर पथराव किया, जिससे उनके सिर पर चोटें आई हैं.

उन्होंने कहा कि शहर में अब शांति का माहौल बन गया है और रामनवमी का विशाल जुलूस भी निकला.

पांडे ने बताया कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है और जो भी आरोपी होगा, उसके खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई होगी.