देश के कई राज्यों में शराबबंदी लागू होने के बाद मध्य प्रदेश धीरे-धीरे शराबबंदी की दिशा में बढ़ चला है. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिलसिलेवार तरीके से शराब की सभी दुकानें बंद कर राज्य में शराबबंदी लागू करने की घोषणा की.
नर्मदा सेवा यात्रा के 113वें दिन नरसिंहपुर जिले के नीमखेड़ा गांव में जनसंवाद कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने कहा, ‘प्रदेश में सिलसिलेवार तरीके से शराब की सभी दुकानें बंद कर शराबबंदी लागू की जायेगी.’
उन्होंने कहा, ‘शराबबंदी के पहले चरण में नर्मदा नदी के दोनों तटों पर पांच-पांच किलोमीटर तक शराब की दुकानें एक अप्रैल से बंद कर दी गई हैं. अगले चरण में अब रिहायशी इलाकों, शिक्षण संस्थाओं और धार्मिक स्थलों के पास शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी.’
शिवराज ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार मध्य प्रदेश में नशा मुक्ति का आंदोलन चलाएगी.
बीते एक महीने में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में लोगों ने शराब की दुकानों के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई. 5 अप्रैल को रायसेन के बरेली कस्बे में प्रदर्शनकारियों ने रिहाइशी इलाके में शराब की दुकान खोलने का विरोध करते हुए आबकारी विभाग और शराब ठेकेदार के दल के दो गाड़ियों को फूंक दिया था. साथ ही चार गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की थी.
इसके अलावा, इंदौर, सागर, बुरहानुपर, छतरपुर, विदिशा, नरसिंहपुर, सतना, मुरैना, देवास और कुछ अन्य स्थानों पर भी लोगों ने शराब की दुकानों के विरोध में प्रदर्शन किया था.