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'मोरा' तूफान: बांग्लादेश में बरस सकता है कहर, भारत में भी दिखेगा असर

बंगाल और देश के उत्तर पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश की आशंका

FP Staff

चक्रवाती तूफान मोरा आज बांग्लादेश के तट पर पहुंच गया. अधिकारियों ने निचले हिस्से के तटीय गांवों के हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.

तूफान के बांग्लादेशी तट पर दस्तक देने के दौरान 117 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलीं.


बांग्लादेश के मौसम विज्ञान विभाग ने एक विशेष मौसम बुलेटन में बताया कि चक्रवात कोक्स बाजार और चटगांव के मुख्य बंदरगाह के बीच स्थानीय समय के हिसाब से सुबह छह बजे पहुंचा.

'मोरा' चक्रवाती तूफान बांग्लादेश में तबाही मचा सकता है. भारत के कई हिस्सों पर भी इस साइक्लोन से प्रभावित होने की आशंका जताई गई है. मौसम वैज्ञानिकों ने बंगाल और देश के उत्तर पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी असर दिख रहा है. देश के पूर्वी राज्यों के कई हिस्सों में 'मोरा' के नजदीक आने से बारिश हो रही है.

बांग्लादेश में हाई अलर्ट

बांग्लादेश में मंगलवार से ‘मोरा’ के प्रकोप से निपटने के लिए तैयारी की गई है. मौसम विभाग ने दो समुद्री बंदरगाहों के लिए 10 के स्केल पर सर्वोच्च स्तर की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने एक विशेष बुलेटिन में कहा कि चटगांव और कॉक्स बाजार के बंदरगाहों पर चक्रवाती तूफान की चेतावनी को बड़े खतरे के सिग्नल संख्या 10 के स्तर पर जारी किया गया है. चक्रवाती तूफान के मंगलवार को चटगांव और कॉक्स बाजार में पहुंचने का खतरा है.

तूफान मोरा में समुद्री बंदरगाहों और तटीय क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश हो सकती है और तेज हवाएं चल सकती हैं. सशस्त्र बलों समेत कई एजेंसियों के कर्मियों के साथ चिकित्सा और बचाव दलों को तत्काल कार्रवाई के लिहाज से तैयार रहने को कहा गया है. अब तक 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगह ले जाया गया है. कुल 10 लाख लोगों को सुरक्षित जगह ले जाने की चुनौती है.

मदद के लिए भारतीय नौसेना तैयार

मोरा को देखते हुए भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े के पोतों को तैयारी के उच्चतम स्तर पर रखा गया है ताकि बांग्लादेश को तुरंत मदद मुहैया कराई जा सके. भारतीय नौसेना का पूर्वी बेड़ा तैयारी के उच्चतम स्तर पर है ताकि जरूरत पड़ने पर सहायता मुहैया कराई जा सके.

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह

आईएमडी ने अंडमान द्वीप समूह और पश्चिम बंगाल तट से लगे इलाकों में मंगलवार को मौसम खराब रहने का अनुमान जाहिर किया है. साथ ही चेतावनी जारी कर इस दौरान मछुआरों और बाकी लोगों को समुंदर के आसपास से दूर रहने की हिदायत दी गई है. 'मोरा' तूफान से पूर्वी भारत के अधिकतर इलाकों में आगामी 48 घंटों में जबरदस्त बारिश होने के आसार है. विशेषकर त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर व अरुणाचल प्रदेश में भारी बरसात की आशंका जताई गई है.

केरल में पहुंचा मानसून

इधर, मानसून के भी मंगलवार को दस्तक देने की उम्मीद है. दक्षिण केरल में सोमवार को भी मानसून से पहले की बारिश हुई. मानसून पहुंचने के बाद अगले पांच दिन तक केरल में जमकर बारिश होने की उम्मीद है.

(तस्वीर प्रतीकात्मक)