view all

राम मंदिर को लेकर उत्साहित 'सनकियों' की कमी नहीं: अमर्त्य सेन

नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने राम मंदिर समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है

FP Staff

नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने राम मंदिर समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. अमर्त्य सेन ने कहा है कि राम मंदिर को अतीत का असाधारण निर्माण बताने और मानने वाले 'सनकी' लोगों की कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों का बेरोजगारी जैसे मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए केंद्र सरकार राम मंदिर जैसे मुद्दों का इस्तेमाल कर रही है.

न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'वह राम मंदिर जो कि पता नहीं था भी या नहीं, किसी ने देखा या नहीं देखा. पता नहीं बाद में वहां मस्जिद बनाई गई, जिसे तोड़ दिया गया और इसके बाद राम की कहानी को चारों ओर फैलाकर इसे इतिहास का अंग बना दिया गया. इसीलिए मै कहता हूं कि यह सारी बातें मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए है.'


सेन ने अपने विचार रखते हुए कहा, 'बेरोज़गारी जैसे वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए आज राम मंदिर, सबरीमाला और गौरक्षा जैसे मुद्दे हैं. आर्थिक प्रगति की दर उच्च जरूर रही है, लेकिन इसके बावजूद गरीबों की जिंदगी बेहतर नहीं हो पाई है. आज काफी लोगो में मानव-रक्षा के बजाय गौरक्षा को लेकर दीवानगी देखने को मिल रही है. इसी तरह से काफी लोग आपको राम मंदिर के मुद्दे को लेकर उत्साहित दिखेंगे.'