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मानहानि केस: 31 अक्टूबर को अगली सुनवाई, एमजे अकबर दर्ज कराएंगे बयान

#MeToo के तहत एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली प्रिया रमानी के खिलाफ उन्होंने आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया था, जिसपर आज सुनवाई है.

FP Staff

अपडेट 7- एमजे अकबर को अगली सुनवाई के लिए कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से मौजूद होना होगा. इस दिन एमजे अकबर को कोर्ट में अपना बयान रिकॉर्ड कराना होगा. हालांकि आज की सुनवाई में अकबर कोर्ट में मौजूद नहीं थे.

अपडेट 6- दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 31 अक्टूबर की तारीख निर्धारित की है. मामले में कोर्ट एमजे अकबर और अन्य गवाहों के बयान की जांच करेगी.


अपडेट 5- वकील गीता लूथरा ने कोर्ट में कहा कि एमजे अकबर एक सम्मानित व्यक्ति हैं और प्रिया रमानी के आरोपों के कारण उनकी प्रतिष्ठा पर काफी ठेस पहुंची है. अकबर की प्रतिष्ठा को एक अपूरणीय क्षति हुई है, जिसे कायम करने में अकबर को 40 सालों से ज्यादा का वक्त लगा है.

अपडेट 4- एमजे अकबर की वकील गीता लूथरा ने फर्स्टपोस्ट, लाइवमिंट और वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट का दावा किया कि प्रिया रमानी के ट्वीट ने अकबर की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है. दरअसल, आपराधिक मानहानि कानून के मुताबिक, एक याचिका के लिए मान्य होने की पहली शर्त यह साबित करना होता है कि बदनामी से जुड़ा बयान कहीं प्रकाशित हुआ हो. मामला या तो लिखित या मौखिक रूप में प्रकाशित किया हो ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई इसके बारे में जानता है या सुना है.

अपडेट 3- पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एमजे अकबर के जरिए दायर आपराधिक मानहानि केस में सुनवाई दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में शुरू हुई है. जहां अकबर की वकील गीता लूथरा ने कहा, 'प्रिया रमनी ने शिकायतकर्ता के खिलाफ बदनामी से भरे ट्वीट किए हैं. उनका दूसरा ट्वीट साफ तौर पर अपमानजनक है और इसे 1200 लोगों के जरिए लाइक किया गया है.

अपडेट 2- एमजे अकबर की तरफ से दिल्ली हाई कोर्ट की वरिष्ठ वकील गीता लूथरा अदालत में पक्ष रख रही हैं. गीता यौन आरोपों पर पत्रकार तरुण तेजपाल का केस भी लड़ चुकी हैं.

अपडेट 1- वरिष्ठ वकील गीता लूथरा एमजे अकबर की तरफ से पेश होंगी.

#MeToo कैंपेन के तहत यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे एमजे अकबर की ओर से दायर किए गए मानहानि के मामले पर गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में दोपहर दो बजे सुनवाई है. पत्रकार प्रिया रमानी ने अकबर पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. इसी के बाद उन्होंने रमानी ने खिलाफ मानहानी का मुकदमा दर्ज कर दिया था.

मिली जानकारी के मुताबिक, अकबर का मामला आज के लिए लिस्टेड है. इस केस की सुनवाई एडिश्नल चीफ मेट्रोपॉलिटेन मजिस्ट्रेट समर विशाल करेंगे. पटियाला हाउस कोर्ट के कोर्ट नंबर 16 में इस मामले पर सुनवाई होगी.

यौन शोषण के तमाम आरोपों में घिरे एमजे अकबर ने बुधवार को विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. पीएम और राष्ट्रपति ने उनके इस्तीफे को मंजूर भी कर लिया है.

एमजे अकबर ने अपने खिलाफ आवाज उठाने वाली प्रिया रमानी पर मानहानि का मुकदमा कर दिया था. अकबर के खिलाफ एक दो नहीं बल्कि 15 से अधिक महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. अकबर को पाक-साफ साबित करने के लिए 97 वकीलों की टीम तैयार हुई है. लॉ फर्म करांजवाला एंड कंपनी अकबर का केस लड़ रही है. लॉ फर्म ने 97 वकीलों की टीम होने का बचाव करते हुए कहा कि इस केस में 97 में से सिर्फ 6 ही कोर्ट जाएंगे.

न्यूज-18 की खबर के मुताबिक, अकबर के वकील संदीप कपूर ने बताया कि अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के समक्ष गुरुवार को निजी आपराधिक मानहानि मामले में सुनवाई होगी.

वकील ने अकबर के संक्षिप्त इस्तीफा पत्र को भी आगे भेज दिया है. अकबर ने अपने पत्र में कहा, चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.

कपूर ने बताया कि क्योंकि मामला विचाराधीन है इसलिए कानून अपना काम करेगा. उन्होंने कहा, हम पहले ही मानहानि मामला दायर कर चुके हैं और हम इसे अब अदालत में देखेंगे.

अकबर ने सोमवार को रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया था और आरोप लगाया था कि रमानी ने उनके खिलाफ 'जानबूझकर' और 'दुर्भावनापूर्ण' तरीके से उनकी छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से ये आरोप लगाए हैं.

प्रिया रमानी ही वह पत्रकार हैं जिन्होंने सबस पहले अकबर पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. अब तक 15 से अधिक महिला पत्रकारों ने अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए है. इन महिलाओं का आरोप है कि अकबर जब एडिटर थे तब उन्होंने अपनी पावर का गलत इस्तेमाल किया.