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नोएडा से लापता कश्मीरी छात्र ISIS में शामिल, सोशल मीडिया पोस्ट से खुलासा

श्रीनगर निवासी अहतेशाम बिलाल सोफी (17) ग्रेटर नोएडा के शारदा यूनिवर्सिटी में प्रथम वर्ष का छात्र था, वह 28 अक्टूबर 2018 से लापता हो गया था, उसने यूनिवर्सिटी से दिल्ली जाने की अनुमति ली थी

FP Staff

सोशल मीडिया पर बीते शुक्रवार को उस लापता कश्मीरी लड़के की तथाकथित तस्वीरों को पोस्ट किया गया जो उत्तर प्रदेश के एक निजी यूनिवर्सिटी से लापता हो गया था. दावा किया गया है कि वह कश्मीर में आतंकवादी समूह में शामिल हो चुका है. श्रीनगर निवासी अहतेशाम बिलाल सोफी (17) ग्रेटर नोएडा के शारदा यूनिवर्सिटी में प्रथम वर्ष का छात्र था. वह 28 अक्टूबर 2018 से लापता हो गया था. उसने यूनिवर्सिटी से दिल्ली जाने की अनुमति ली थी.

शेयर की गई तस्वीरों में सोफी काले कपड़ों में दिख रहा है

कॉलेज प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क पुलिस स्टेशन के साथ-साथ श्रीनगर के खानयार पुलिस स्टेशन में भी उसके लापता होने को लेकर मामला दर्ज कराया गया था. सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरों में सोफी काले कपड़ों में दिख रहा है और उनमें दावा किया गया कि वह आईएसआईएस के विचार से प्रभावित आतंकी समूह आईएसजेके(ISJK) में शामिल हो गया है. वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.

एयर टिकट लिया लेकिन उसने प्लेन से सफर नहीं किया

वहीं इस मामले में आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि एहतेशाम बिलाल की असलहे के साथ तस्वीर बीते शुक्रवार शाम सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. फोटो के साथ एहतेशाम ने आईएसजेके ज्वाइन करने की घोषणा की है. फोटो के बैकग्राउंड में आईएसआईएस का झंडा है. आईजी ने बताया कि जब उसकी तलाश की जा रही थी तो पता चला कि उसने लापता होने के बाद एक एयर टिकट लिया लेकिन उसने प्लेन से सफर नहीं किया. हालांकि लापता होने के बाद उसकी लोकेशन जम्मू-कश्मीर में मिली लेकिन वह घर नहीं गया.

लापता छात्र के मोबाइल की पिछले एक महीने की कॉल डिटेल्स निकाली

यूनिवर्सिटी में उसके चार अन्य कश्मीरी साथियों से पूछताछ में उसके आतंकी संगठन में शामिल होने के सुराग मिले. इससे पहले बीते मंगलवार को जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से लापता छात्र को खोजने में मदद की मांग को लेकर ट्वीट भी किया था. दूसरी ओर सूत्रों के मुताबिक एटीएस टीम ने लापता छात्र के मोबाइल की पिछले एक महीने की कॉल डिटेल्स निकाली है और उसमें श्रीनगर के जिन नंबरों पर अधिक समय तक बात हुई है, उनकी जांच कर रही है.