जम्मू कश्मीर में शहरी स्थानीय निकाय के पहले चरण के चुनाव से पहले, हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक को रविवार को नजरबंद कर दिया गया.
जम्मू कश्मीर में शहरी स्थानीय निकाय के चुनाव सोमवार से शुरू होंगे और चार चरणों में संपन्न होंगे.
पुलिस ने दो अक्टूबर को जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक को एहतियाती तौर पर हिरासत में ले लिया था. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी की नजरबंदी जारी रहेगी.
फारूक ने ट्वीट किया, ‘नजरबंद हूं. चुनाव की विचित्र लोकतांत्रिक प्रक्रिया चल रही है. बड़ी संख्या में बल तैनात किए गए हैं. पीएसए लगाने, लोगों को कैद और नजरबंद करने, छापेमारी करने, पाबंदियां लगाने और इंटरनेट पर रोक लगाने की प्रक्रिया तेज हुई है.’
उन्होंने कहा, ‘यह जिक्र नहीं करना चाहिए कि उम्मीदवार नामालूम हैं और जनता हैरान है. लोकतंत्र का क्या मजाक उड़ाया जा रहा है.’
तीनों अलगाववादी नेताओं ने जॉइंट रेजिस्टन्स लीडरशिप (जेआरएल) के बैनर तले सोमवार से शुरू हो रहे चुनावों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है.