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सिद्धू के समर्थन में आए जाखड़, राजिंदर ने कहा शहीदों के परिवार से माफी मांगें

पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ ने कहा, 'व्यक्ति पर चर्चा करने की जगह मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए, मुद्दा ऐतहासिक गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए गलियारे को खोलना है'

Bhasha

पंजाब के कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने अपने नवजोत सिंह सिदधू को सुझाव दिया कि वह पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाकर शहीद सैनिकों के परिजन को निराश करने के लिए माफी मांग लें. तृप्त राजिंदर पंजाब सरकार में सिद्धू के मंत्रिमंडलीय सहयोगी हैं.

उन्होंने कहा कि जो सैनिक कर्तव्य निर्वहन के दौरान मारे गए उनके परिजन का सिद्धू के पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को गले लगाने पर नाखुश होना उचित है. बाजवा ने कहा, ‘सिद्धू साहब मेरे वरिष्ठ सहयोगी हैं. मैं उन्हें हुक्म नहीं दे सकता. मैं उन्हें सुझाव दे सकता हूं कि वह नाखुशी जाहिर करने वाले शहीदों के परिजनों से माफी मांग लें. मुझे लगता है कि माफी मांगने में कोई हर्ज नहीं है. वह शानदार व्यक्ति और वरिष्ठ मंत्री हैं.’


सिद्धू की पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाने को लेकर काफी आलोचना हो रही है. हालांकि, बाजवा ने कहा, ‘एक मित्र ने एक मित्र को न्योता दिया था’ और सिद्धू ने शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद जाकर कोई गुनाह नहीं किया है. बाजवा का बयान मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाने के लिए सिद्धू की आलोचना करने के बाद आया है.

व्यक्ति की जगह मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए

इस बीच, पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ सिद्धू के बचाव में आ गए हैं. उन्होंने सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा पर विवाद को गढ़ा हुआ बताया. जाखड़ ने कहा, ‘यह गढ़ा हुआ विवाद है. मैं कहना चाहता हूं कि व्यक्ति पर चर्चा करने की जगह मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. मुद्दा ऐतहासिक गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए गलियारे को खोलना है. सिद्धू ने पाकिस्तान में इस मुद्दे को उठाया.’

गुरदासपुर सांसद ने बीजेपी से इस मुद्दे पर दोहरा मापदंड नहीं अपनाने को भी कहा. उन्होंने पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को 2001 में आगरा आमंत्रित करने का हवाला दिया. मुशर्रफ करगिल युद्ध की योजना बनाने वाले मुख्य व्यक्ति थे.

सिद्धू ने इस्लामाबाद में पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाने के अपने कदम का मंगलवार को बचाव किया था. उन्होंने बीजेपी पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान यात्रा की याद दिलाई.