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#MeToo: महिला पुलिस अधिकारी ने सीनियर पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, पति ने कर ली थी खुदकुशी

डॉली ने अपनी पोस्ट में लिखा की शिकायत दर्ज करने के 6 महीने बाद उनके पति ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली

FP Staff

पिछले कुछ समय में 'मी टू' अभियान के तहत ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसने कई बड़े लोगों के चेहरे बेनकाब किए. इसी के तहत अब असम से भी एक मामला सामने आया है, जिसमें असम की एडिशनल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (एएसपी) ने अपने सीनियर अधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. एएसपी लीना डॉली ने अपने साथ हुए अत्याचार के बारे में फेसबुक पर बताया. उन्होंने कहा कि 2012 में विशाखा गाइडलाइन के तहत बनाई गई जांच कमेटी से उन्हें इंसाफ तक नहीं मिला. अब इस लड़ाई को वे दूसरे स्तर पर लेकर जाएंगी.

क्या है डॉली का आरोप?


डॉली ने पोस्ट के जरिए आरोप लगाया है कि आईपीएस मुकेश अग्रवाल ने, जो अभी असम पुलिस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल हैं, उनका यौन उत्पीड़न किया. इस पोस्ट में डॉली ने ये भी बताया कि कैसे जांच कमिटी ने उनकी शिकायत को गलतफहमी करार देकर खारिज कर दिया.

डॉली ने इस मामले में डीजीपी को भी शिकायत की थी, जिसे बाद में मुख्य सचिव के ऑफिस भेज दिया गया था. तब अपनी शिकायत में डॉली ने कहा था कि 13 मार्च, 2012 को असम के डीजीपी के ऑफिस में dial 100 प्रोजेक्ट के उद्घाटन के बाद डॉली किसी काम के सिलसिले में अग्रवाल के ऑफिस गई. अग्रवाल ने डॉली को अपने ऑफिस में  अकेला देख अपने साथ छुट्टी पर जाने का सुझाव दिया.

डॉली ने इस बारे में पहले डीजी से शिकायत की. इसके ठीक दो दिन बाद उन्होंने एक लिखित में भी शिकायत दे दी. इसके बाद विशाखा गाइडलाइन के तहत मामले की जांच के लिए कमेटी बिठाई गई लेकिन कमेटी ने शिकायत को खारिज कर दिया.

डॉली ने पोस्ट में लिखा 'मेरे साथ हुई घटना को महज गलतफहमी करार देकर खारिज कर दिया गया. बावजूद इसके की आरोपी ने खुद कबूल किया कि तब उसने क्या किया था. उन्होंने कहा कि आरोपी ने मुझे अपने साथ छुट्टी पर चलने के लिए कहा वो भी मेरे पति को बिना बताए.'

शिकायत के 6 महीने बाद पति ने की आत्महत्या

डॉली ने अपनी पोस्ट में लिखा की शिकायत दर्ज करने के 6 महीने बाद उनके पति ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि डॉली के पति नितोलपाल लहोन की आत्महत्या का मामला डॉली के साथ हुए यौन उत्पीड़न से जुड़ा हुआ है, इसके बाद  गुवाहाटी के जलुकबारी पुलिस थाने में आप्रकृतिक मौत का केस दर्ज किया गया.

डॉली ने अपनी पोस्ट में लिखा की उनके पति के आत्महत्या करने के बाद जांच अधिकारी एमिली चौधरी मेरे पास आई और मुझसे कहा कि मेरे पति ने शिकायत की वजह से आत्महत्या नहीं की. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि मैंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उस वक्त तक मामले की कोई जांच शुरू नहीं हुई.

घटना के समय डॉली गुवाहाटी में एएसपी थीं और मुकेश अग्रवाल 1989 बैच के आईपीएस ऑफिसर थे.