हरियाणा के सोनीपत में अस्पताल की लापरवाही से शहीद की पत्नी की मौत का मामला सामने आया है. आरोप है कि अस्पताल ने करगिल शहीद की पत्नी को सिर्फ इसलिए नहीं भर्ती किया क्योंकि उनके परिवार वालों के पास आधार कार्ड की ओरिजनल कॉपी नहीं थी.
इस मामले पर बोलते हुए शहीद की बेटी ने कहा 'ऐसा होने की उम्मीद भी नहीं की जा सकती. यह मेरे परिवार के लिए काफी भयानक है. HV ECHS लाभ, लेकिन इसे आधार कार्ड से जोड़ने और इसकी एक कॉपी प्रस्तुत करना हास्यास्पद है.'
इस मामले पर बोलते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा 'मुझे इस बारे में जानकारी मिली है. हम इस मामले की जांच करेंगे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.'
मामला गुरुवार का सोनीपत के ट्यूलिप हॉस्पिटल का है. शहीद के परिवारवालों का आरोप है कि उन्होंने मोबाइल पर आधार की कॉपी दिखाई थी. इतना ही नहीं उन्होंने आधार का नंबर भी बताया था. लेकिन इसके बावजूद अस्पताल ने इलाज करने से मना कर दिया. इसके बाद जब परिवारिजन महिला को लेकर दूसरे अस्पताल पहुंचे तब तक उसकी मौत हो गई.
बता दें कि करगिल युद्ध में शहीद लक्ष्मण दास के बेटे पवन कुमार सोनीपत के महलाना गांव में रहते हैं. उनकी मां शकुंतला को कैंसर था. उनके इलाज के लिए परिजन सोनीपत के ट्यूलिप अस्पताल पहुंचे. आरोप है कि अस्पताल ने भर्ती से पहले आधार कार्ड मांगा. इसकी ओरिजनल कॉपी नहीं मिलने पर भर्ती करने से इनकार कर दिया. वहीं दूसरी तरफ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार किया. उनका कहना है कि उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था, लेकिन वे वहां से चले गए.