view all

सऊदी अरब में काम करने वाले ने SMS से बीवी को कहा- तीन तलाक

सुप्रीम कोर्ट से 6 महीने का प्रतिबंध लगने और लोकसभा से बिल पास हो जाने के बाद भी तीन तलाक देने का सिलसिला रुक नहीं रहा है

FP Staff

तीन तलाक रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इसे कानूनी जामा पहनाने के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है. लोकसभा से पास हो चुका यह बिल राज्यसभा में अटक गया. मुस्लिम महिलाओं को अधिकार देने वाले बिल के लोकसभा से पारित हो जाने के बाद और सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस पर 6 महीने के लिए प्रतिबंध लगाने के बाद भी तीन तलाक जारी है.

उत्तर प्रदेश में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसमें मैसेज के जरिए महिला को उसके पति ने तलाक दे दिया है. यह यूपी के सुल्तानपुर जिले के नंदौली का मामला है. सऊदी अरब में काम नौकरी कर रहे शख्स ने अपनी पत्नी को मैसेज पर तीन तलाक दे दिया.


पीड़िता ने बताया कि मेरे ससुराल वाले मुझे वाहन की मांग करके परेशान करते थे. मेरे पति ने भी मेरे साथ ढ़ंग से व्यवहार नहीं किया. मुझे एक मैसेज आया है जिसमें उन्होंने मुझे तलाक दे दिया है. मेरा एक बेटा भी है और मैं हर हालत में जीवित रहना चाहती हूं. पीड़िता ने कहा कि यह मेरा घर है और मैं यहां से नहीं हटूंगी.

पीड़िता के पिता ने कहा कि दो साल तक सब ठीक था. उसके बाद वो लोग उसे परेशान करने लगे. सास-ससुर ने बाद में उसे घर से निकाल दिया. इसके बाद उसके पति ने एक दिन उसे मैसेज के माध्यम से तलाक दे दिया. हमने पुलिस को इस बारे में नहीं बताया था. हमारे लिए तलाक की प्रक्रिया पूरी हो गई है.

अगस्त में सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन तलाक पर 6 महीने के लिए रोक लगाने के बाद से देश में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं.