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फिर से रैनसमवेयर जैसा हमला, मुंबई के जवाहर पोर्ट का काम ठप

वॉनाक्राई रैनसमवैयर से ज्यादा ताकतवर है पीटरैप.

FP Staff

दुनियाभर में फिर भारत और यूरोप के कई देश मंगलवार को साइबर हमले का शिकार हो गए. इस बार पीटरैप नाम के इस वायरस ने इन देशों के कंप्यूटरों को अपने चपेट में ले लिया. ये वायरस पिछले महीने हुए साइबर वायरस वॉनाक्राई से ज्यादा ताकतवर है.

मुंबई में देश का सबसे बड़े कंटनेर पोर्ट जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट इस हमले का शिकार बना है. मंगलवार रात जेएनपीटी के तीन में से एक टर्मिनल पर काम प्रभावित हुआ. इस साइबर हमले से जेएनपीटी पर गेटवे टर्मिनल्स इंडिया को ऑपरेट करने वाली एपी मोलर मर्सेक कंपनी का काम बिल्कुल ठप हो गया. यह कंपनी पोर्ट पर करीब दो करोड़ कंटेनर्स को हैंडल करती है.


इसके अलावा मंगलवार को यूके, रूस, फ्रांस, स्पेन में इस वायरस ने कंज्यूमर, शिपिंग, एविएशन, ऑइल ऐंड गैस कंपनियों पर हमला किया.

पीटरैप petya नाम के पुराने रैन्समवेयर का एडवांस वर्जन हो सकता है. petya ने 20 नामी कंपनियों की कम्प्यूटर स्क्रीन्स लॉक कर दी थीं, जिन्हें अनलॉक करने के ऐवज में 300 डॉलर की बिटकॉइन में भुगतान की डिमांड रखी गई थी.