महाराष्ट्र के शहरी इलाकों में खुले में शौच (ओडीएफ) जाने वालों को पकड़कर शर्मिंदगी महसूस करवाया जाएगा. मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने रविवार को कहा कि सरकार ने खुले में शौच करने वालों को शर्मिंदगी महसूस कराने के लिए ओडीएफ निगरानी प्रणाली शुरू की है.
रविवार को फड़णवीस राज्य के शहरी इलाकों को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने के लिए आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘शहरी महाराष्ट्र को खुले में शौच से मुक्त घोषित करना महज एक औपचारिकता नहीं है. त्रिस्तरीय सत्यापन प्रक्रिया अपनाई गई है जहां खुले में शौच से मुक्त बनने वाले शहरों का पहले स्थानीय प्रशासन, फिर राज्य सरकार निरीक्षण करती है. आखिर में केंद्रीय एजेंसी उसे अपनी मंजूरी देती है.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने का लक्ष्य तब तक हासिल नहीं होगा जब तक लोगों की मानसिकता नहीं बदलती है. उन्होंने कहा, ‘अब हमारे हाथों में दोहरी जिम्मेदारी है. हमें लोगों को पिछले दो साल में रिकार्ड संख्या में बने शौचालयों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा.’
फड़णवीस ने कहा, ‘हमने ओडीएफ वॉच नामक प्रणाली शुरू की है जिसके तहत लोगों को शौचालय का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. यदि वो खुले में शौच करते हैं तो एक सीटी बजाई जाएगी और लोगों को शौचालय का उपयोग नहीं करने के लए शर्मिंदा किया जाएगा.’