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जैन समाज के विरोध के बाद भेड़-बकरियों के निर्यात पर रोक लगाई

नागपुर के बाबा साहब अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से शनिवार दोपहर में दो हजार भेड़ों और बकरियों की पहली खेप शारजाह भेजी जानी थी

Bhasha

महाराष्ट्र सरकार ने जैन समुदाय के विरोध के बाद शनिवार से नागपुर हवाई अड्डे से संयुक्त अरब अमीरात के लिए भेड़-बकरियों का निर्यात बंद कर दिया है.

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से निर्यात करने की इजाजत को राज्यसभा सदस्य और धांगड़ समुदाय के नेता डा. विकास महात्मे आगे बढ़ा रहे थे. इसका मकसद किसानों की आय बढ़ाना और स्वरोजगार के नए मौके पैदा करना था.


नागपुर के बाबा साहब अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से शनिवार दोपहर में दो हजार भेड़ों और बकरियों की पहली खेप भेजी जानी थी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस अवसर पर मौजूद होने वाले थे.

मंत्रालय ने महात्मे को निर्देश दिया कि पहले प्रदर्शनकारियों से बात करें और फिर इसने कार्यक्रम को आगे के लिए रद्द कर दिया. रिचा जैन के नेतृत्व में पूरा जैन समाज इस कदम के विरोध में है. इस मुद्दे पर समर्थन के लिए शुक्रवार को उन्होंने आरएसएस मुख्यालय तक मार्च निकाला था.

जैन ने आगे कहा, एक बार यह निर्यात शुरू हुआ तो सिर्फ नागपुर तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि देश के कई हिस्सों में फैल जाएगा. उन्होंने कहा, सोमवार को बंबई हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर भेड़-बकरियों के निर्यात पर रोक की मांग की जाएगी.

नागपुर एयरपोर्ट के निदेशक वीएस मुले ने कहा कि शनिवार दोपहर एक बजे निर्यात किया जाना था. विमान यूएई के लिए उड़ान भरने वाला था लेकिन अल सुबह हमें बताया गया कि फ्लाइट और निर्यात का प्रोग्राम रद्द कर दिया गया है.