ओडिशा सरकार ने सतकोसिया वन्यजीव अभयारण्य में 'सुंदरी' नाम की बाघिन को पकड़ने के लिए मध्यप्रदेश से विशेषज्ञों की टीम भेजने का अनुरोध किया है. इस बाघिन को पकड़ने में वन विभाग की टीम असफल रही है.
अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) सुदर्शन पांडा ने गुरुवार को बताया कि प्रदेश सरकार ने बाघिन को पकड़ने के लिए पहले से ही तीन टीमों को लगाया था. लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला है. इसलिए मध्यप्रदेश सरकार से 'सुंदरी' को पकड़ने में सहयोग का अनुरोध किया है.
पांडा ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार कान्हा राष्ट्रीय उद्यान और पेंच टाइगर रिजर्व से इस काम के लिए दो विशेषज्ञ टीमों को भेजने के लिए तैयार हो गई है. उम्मीद है कि दो-तीन दिन में दोनों टीमें सतकोसिया पहुंच जाएंगी और सुंदरी को पकड़ने के अपना अभियान शुरू कर देंगी.
अधिकारियों ने बताया कि अंगुल जिले में सतकोसिया वन्यजीव अभयारण्य में बीते दो दिनों में ‘सुंदरी’ को बेहोशी का इंजेक्शन देने में असफल रहे हैं क्योंकि वह लक्ष्य से बच निकलती है. हालिया रिपोर्ट के अनुसार कुमुरी गांव के नजदीक बाघमुंडा के पर्वतीय वन क्षेत्र के अंदरूनी इलाके में बाघिन को देखा गया था.
बाघिन को पकड़ने के लिए बुधवार को बकरी बांधी गयी थी और बाघ के मूत्र का छिड़काव किया गया था. इससे बाघिन आयी लेकिन बाद में भाग गई. बाघिन ने 45 दिनों में दो लोगों को मार है, जिसके बाद ओडिशा सरकार ने बाघिन को पकड़ने का फैसला किया.