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माखनलाल यूनिवर्सिटी में गौशाला, पत्रकारिता के छात्र सीखेंगे गौशाला मैनेजमेंट

मध्य प्रदेश में बीजेपी के राज में विश्वविद्यालय के नये 50 एकड़ के कैंपस में दो एकड़ में गौशाला भी बनाई जा रही है

FP Staff

प्राचीन पाटलिपुत्र और नालंदा विश्वविद्यालय की तरह अब भोपाल का माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय भी गौशाला चलाएगा.

मध्य प्रदेश में बीजेपी के राज में विश्वविद्यालय के नये 50 एकड़ के कैंपस में दो एकड़ में गौशाला भी बनाई जा रही है जिसमें अगले शिक्षण सत्र पत्रकारिता के छात्र कैंपस में ही गौशाला मैनेजमेंट से रूबरू होंगे. इस गौशाला से छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को दूध, मक्खन औऱ घी मिलेगा. साथ ही गाय के गोबर से बायो गैस भी बनाई जायेगी जो हॉस्टल में ईंधन के काम आएगी.


विश्वविद्यालय के कुलपति बीके कुठियाला के मुताबिक बरसाती नाले से जुड़ी जमीन में ये गौशाला बन रही है. इस डेढ़ दो एकड़ की जमीन पर और कोई निर्माण मुमकिन नहीं है. उसमें कुछ बना नहीं सकते थे. बरसात में पानी भी आ सकता है.

कुलपति ने बताया, 'यहां पर गौशाला बनाई जा सकती है. प्लान किया है कि यहां पर गौशाला बनाएंगे. उसको आऊटसोर्स करेंगे. जो गाय का दूध होगा वो हमारे ढाई सौ हॉस्टलर्स के लिए दूध की व्यवस्था होगी. मक्खन और घी भी मिलेगा. साथ ही वहां बायो गैस प्लांट बनायेंगे. जो लड़के लड़िकयों की हॉस्टल के लिए ईंधन देगा. बाकी बची भूमि में ऑर्गेनिक फार्मिंग के जरिए सब्जियां उगाएंगे, जो हास्टल को मिलेगीं. दूध और गैस अगर ज्यादा हुई तो वहां रहने वाले कर्मचारियों को भी देंगे. इस तरह गौशाला का प्रावधान किया है.'

(न्यूज 18 से मनोज शर्मा की रिपोर्ट)