view all

एमपी में पर्यटन लोहानी के नाम से फेमस हैं रेलवे के नए चेयरमैन

महज 21 साल की उम्र में इंजीनियरिंग की चार डिग्री हासिल करने की वजह से लोहानी का नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज है

FP Staff

एयर इंडिया के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी को रेलवे बोर्ड का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया. सप्ताह भर के अंदर दो रेल दुर्घटनाओं के बाद बुधवार को रेलवे बोर्ड चेयरमैन पद से इस्तीफा देने वाले ए. के. मित्तल की जगह लोहानी को नियुक्त किया गया है.

1980 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस ऑफिसर अश्विनी लोहानी की कार्यशैली हर पार्टी की सरकार को पसंद आई है. चाहे कांग्रेस हो या भाजपा दोनों ही पार्टी की सरकारों में अश्विनी ने अहम पद संभालें हैं.


रिकॉर्डधारी मैकेनिकल इंजीनियर

मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई करने वाले लोहानी ने 1980 में भारतीय रेल सर्विस को ज्वाइन किया था. महज 21 साल की उम्र में इंजीनियरिंग की चार डिग्री हासिल करने की वजह से लोहानी का नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो चुका है.

लोहानी के करियर की पटरी वर्ष 2002 में बदली, जब उन्हें रेलवे से सार्वजनिक उपक्रम की जवाबदारी सौंपी गईं. लोहानी को सबसे पहले भारतीय पर्यटन विकास निगम का सीएमडी बनाया गया. बतौर सीएमडी उन्हें कई सालों से घाटे में जा रही दिल्ली की अशोका होटल को फायदे में लाने का श्रेय दिया जाता हैं.

सबसे के लिए अजग और गजब रहे लोहानी

अपनी कार्यशैली की वजह से वे हमेशा सत्तारूढ़ पार्टी की पहली पसंद रहे है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सरकारों ने उनकी काबिलियत को सलाम करते हुए उन्हें अहम जिम्मेदारी सौपी. लोहानी को एमपी में लाने का श्रेय उमा भारती को जाता है. जिन्होंने मध्य प्रदेश के लगभग खत्म हो चुके पर्यटन को चमकाने के लिए इंडियन रेलवे सर्विस के इस अधिकारी पर भरोसा किया.

एमपी अजब है, सबसे गजब है..!

मध्य प्रदेश को पर्यटन के नक्शे पर चमकाने में लोहानी की प्लानिंग का अहम रोल रहा. एमपी अजब है, सबसे गजब है कैम्पेन के जरिए उन्होंने मध्य प्रदेश पर्यटन को देश और दुनिया में लोकप्रिय बनाया. मौजूदा कार्यकाल के पहले उन्होंने दो बार मध्य प्रदेश में अपनी सेवाएं दी थी. इस दौरान लोहानी ने मध्य प्रदेश पर्यटन निगम का रंगरूप और कार्यशैली बदलकर अपनी कार्यकुशलता का लोहा मनवाया था.

लोहानी तुम रेलवे में क्या कर रहे हो, एमपी वापस आ जाओ

एमपी में पर्यटन लोहानी के नाम से मशहूर अश्विनी लोहानी पिछले साल फरवरी में तीसरी बार मध्यप्रदेश लौटे थे. सिंहस्थ को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान उन्हें वापस एमपी खींचकर लाए थे.

दिलचस्प बात ये थी कि इस बार सीएम ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में लोहानी को सीधा ऑफर दिया था. पयर्टन और रोजगार के विषय पर आयोजित एक्सपो में लोहानी को की-नोट स्पीकर के रूप में बुलाया गया था.

मुख्यमंत्री ने उद्बोधन के दौरान लोहानी से मुखातिब होते हुए कहा था कि, ‘लोहानी तुम रेलवे में क्या कर रहे हो, एमपी वापस आ जाओ.’ इसी के बाद उनकी एमपी में वापसी हुई थी.

(साभार: न्यूज़18)