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वेंकैया नायडू बने देश के 13वें उपराष्ट्रपति, पीएम मोदी ने की तारीफ

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एम वेंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई.

FP Staff

एम वेंकैया नायूड ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. नायडू देश के 13वें उपराष्ट्रपति हैं. उनके शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई बड़े नेता पहुंचे.

वेंकैया नायडू ने राज्यसभा सभापति के रूप में कार्यभार संभाल लिया है. राज्यसभा में पीएम मोदी ने वेंकैया नायडू का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि वेंकैया जी आजाद देश में जन्म लेने वाले पहले उपराष्ट्रपति हैं. वो एक किसान के बेटे हैं. ये भारत के संविधान की गरिमा है. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज सामान्य प्रष्ठभूमि के लोग देश के सर्वोच्च पद पर हैं. वेंकैया जी देश के सच्चे सेवक हैं. प्रधानमंत्री सड़क योजना का तोहफा वेंकैया नायडू ने दिया.


शपथ ग्रहण करने से पहले वेंकैया नायडू ने राजघाट में बापू की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की. नायडू ने उपराष्‍ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्‍मीदवार गोपालकृष्‍ण गांधी को 272 वोटों से हराया था. उन्हें 516 और गांधी को 244 वोट मिले थे.

वेंकैया नायडू के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पहुंचे.

किसान परिवार से ताल्लुक रखने और साल 1970 से राजनीति में सक्रिय नायडू दो बार बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष, चार बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं. आंध्रप्रदेश से ताल्लुक रखने वाले नायडू कई भाषा पर पकड़ रखते हैं. अंग्रेजी और तेलुगु के साथ ही हिंदी पर भी उनकी जोरदार पकड़ है. उन्‍होंने हिंदी को राष्‍ट्रीय भाषा बनाने का समर्थन भी किया था. उन्‍होंने हिंदी में भाषण देते हुए कहा था, 'अंग्रेजी सीखते समय हम हमारे दिमाग को अंग्रेजों की तरह ही कर लेते हैं. यह देश के हित में नहीं हैं.'

वे दक्षिण भारत में बीजेपी के लिए एक बड़ा चेहरा रहे हैं. दक्षिण भारत में बीजेपी को पहचान देने और कर्नाटक में पहली बार बीजेपी की सरकार बनवाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. कर्नाटक में येदियुरप्पा के भष्ट्राचार में घिरने के बाद राज्य में खड़ी हुई राजनीतिक उठापटक को बीजेपी की तरफ से वेंकैया नायडू ने ही संभाला था. कई महीनो तक वह बैंगलोर में कैंप कर बीजेपी नेताओं को येदियुरप्पा की तबकी बगावत में सहभागी होने से रोका था. नायडू को भाजपा का संकटमोचक भी कहा जाता रहा है.

नायडू अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं. 1978 से 1783 तक नायडू नेल्लौर से विधायक रहे. 1998 से अब तक वो भाजपा के राज्यसभा सांसद भी हैं. इसके अलावा वो 1988 से 1993 तक वो आंध्र प्रदेश में बीजेपी के अध्यक्ष थे.

इससे पहले गुरुवार को सभापति के रूप में 10 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के अवसर पर हामिद अंसारी ने सदन के संचालन में सहयोग के लिए सभी दलों के सदस्यों का आभार व्यक्त किया. प्रधानमंत्री मोदी ने अंसारी की सेवाओं की सराहना करते हुए राष्ट्र और दोनों सदनों की ओर से उनका आभार जताया और उन्हें आगे के लिए शुभकामनाएं देते हुए उनके स्वस्थ जीवन की कामना की.