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उन्नाव रेप केसः आंत फटने से हुई पीड़िता के पिता की मौत, यूपी सरकार को नोटिस

ह्यूमन राइट्स कमीशन (NHRC) ने उत्तर प्रदेश की सरकार को नोटिस जारी कर दिया है. यह नोटिस उन्नाव में पुलिस कस्टडी में पीड़ित लड़की के पिता की मौत और दूसरे आरोपों की वजह से जारी किया गया है

FP Staff

उन्नाव रेप केस मामले में एक जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई है. अधिवक्ता एमएल शर्मा के द्वारा दाखिल इस याचिका में कहा गया है कि पुलिस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है.

इस बीच नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (NHRC) ने उत्तर प्रदेश की सरकार को नोटिस जारी कर दिया है. यह नोटिस उन्नाव में पुलिस कस्टडी में एक शख्स की मौत और दूसरे आरोपों की वजह से जारी किया गया है. यह शख्स उस पीड़ित लड़की का पिता है जिसने अपने परिवार सहित सीएम हाउस के सामने आत्महत्या करने की कोशिश की थी.


याचिकाकर्ता का कहना है कि मामला एक साल पहले का है, लेकिन पुलिस ने अभी तक एक्शन नहीं लिया. यही नहीं, गैंगरेप पीड़िता के पिता के साथ मारपीट की गई और उन्हें जेल में बंद कर दिया गया. पांच दिन के बाद पीड़िता के पिता की मौत हो गई. लिहाजा मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए और पीड़ित परिवार को मुआवजा भी दिया जाए. अब इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा.

बेरहमी से पीटा गया था पीड़िता के पिता को, पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी 

वहीं रेप पीड़िता के पिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ये साबित हो गया है कि उसे बेरहमी से पीटा गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने लिखा है कि मारपीट में उसकी बड़ी आंत फट गई थी.

शरीर पर 14 स्थानों पर गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं. ये चोट 6-7 दिन पुराने होने की भी पुष्टि हुई है. पीड़िता का पिता शॉक में चला गया था और सेप्टीसीमिया होने से शरीर में जहर फैल गया था.

फिलहाल, इस मामले में मंगलवार को आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनके साथ तीन अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हुई है.

हालांकि, गैंगरेप पीड़िता का कहना है कि अभी तक बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई है और उसे नहीं पता कि उसके भाई की गिरफ्तारी हुई है कि नहीं. पीड़िता का कहना है कि जिन्होंने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी और उसके पिता की हत्या कर दी, उन आरोपियों को फांसी की सजा मिले.

पीड़िता और परिजनों ने की सीबीआई जांच की मांग 

पीड़िता और उसके परिवार वालों ने भी मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. उनका कहना है कि कुलदीप सिंह और अरुण सिंह की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए, तब जाकर परिवार को इंसाफ मिलेगा.

4 जून 2017 को माखी थाना क्षेत्र के गांव से 17 साल की किशोरी को गांव के ही शुभम और उसका साथी कानपुर के चौबेपुर निवासी अवधेश तिवारी अगवा कर ले गए.

पीड़िता की मां ने माखी थाने में मामले की तहरीर दी, जिसमें विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर पड़ोस की एक महिला के जरिए बहाने से घर बुलाकर रेप करने और इसके बाद उसके गुर्गों द्वारा गैंगरेप करने का आरोप लगाया, लेकिन पुलिस ने तब रिपोर्ट दर्ज नहीं की.

(इनपुट न्यूज 18)