view all

स्वतंत्रता दिवस: नोटबंदी से देश में ईमानदारी बढ़ी: राष्ट्रपति कोविंद

राष्ट्रपति कोविंद के मुताबिक देश की विविधता ही इसकी सफलता का मंत्र है

FP Staff

राष्ट्रपति कोविंद ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश के नाम अपने पहले संबोधन में कहा है कि देश की आजादी में सरदार भगत सिंह, अशफाकुल्ला खान, चंद्रशेखर आजाद और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई आदि का बहुत बड़ा योगदान रहा है.

उन्होंने कहा कि गांधीजी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं. सुभाषचंद्र बोस ने जब 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा' का नारा दिया तो सभी देशवासियों ने उनका साथ दिया.


उन्होंने आजादी की लड़ाई में पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल जैसे महान नेताओं के योगदान का का भी जिक्र किया.

उनके मुताबिक राष्ट्र की आजादी में हर स्वतंत्रता सेनानी का बराबर योगदान है.

उन्होंने कहा, 'सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया है पर देश को स्वच्छ बनाना हर एक नागरिक की जिम्मेदारी है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कानून बना सकती है पर कानून का पालन जनता को ही करना है.'

जीएसटी से बेहतर हुई टैक्स प्रणाली

उनके मुताबिक सरकार पारदर्शिता लाने की पूरी कोशिश कर रही है. टैक्स की प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए सरकार जीएसटी ले कर आई है.

कोविंद ने कहा कि हमें एक संवेदनशील समाज का निर्माण करने की आवश्यकता है. उनका कहना है कि हमें अगर एक न्यू इंडिया का निर्माण करना है तो संवेदनशील हो कर नागरिकों और सरकार के बीच एक समन्वय होना चाहिए. उन्होंने नोटबंदी को जनता का समर्थन मिलने की बात भी कही.

उन्होंने देश में खेलकूद को बढ़ावा देने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि अगले ओलिंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने का हमारा लक्ष्य होना चाहिए.

कोविंद ने आगे कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए हमें अपनी भावी पीढ़ी पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर नागरिक को अपने साथ-साथ किसी गरीब नागरिक के बच्चे को भी शिक्षित करने का दायित्व संभालना चाहिए.

उन्होंने देश की सभी सैनिकों और पुलिस बलों को सलाम किया और उनके योगदान के महत्व का जिक्र किया.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पद संभालने के बाद सोमवार को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व-संध्या पर पहली बार देश के नाम संदेश दे रहे हैं.

यह संबोधन दूरदर्शन और आकाशवाणी पर हिंदी में और उसके बाद अंग्रेजी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारित किया जाएगा.

पिछले महीने ही ली है शपथ

राष्ट्रपति कोविंद ने पिछले महीने की 25 तारीख को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. उनके मुताबिक देश की विविधता ही इसकी सफलता का मंत्र है. उन्होंने यह भी कहा कि 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूरे होने से पहले अंत्योदय का लक्ष्य होना चाहिए.

ऐसा माना जा रहा है कि इस मौके पर राष्ट्रपति देश के आगे स्थित मुख्य मुद्दों पर अपने विचार रखेंगे. 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से देश को संबोधित करेंगे.