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विजय माल्या 'भगोड़ा' ना कहलाएं इसलिए पहुंचे सुप्रीम कोर्ट

माल्या ने ट्वीट करके कहा कि वे फिर से बैंकों से गुजारिश करना चाहते हैं कि वे अपना पैसा वापस ले लें. माल्या ने कहा कि वे इस धारणा को तोड़ना चाहते हैं कि वह बैंकों के पैसे लेकर भागे हैं

FP Staff

शराब कारोबारी विजय माल्या ने अपने नाम से 'भगोड़ा' शब्द हटवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. ED ने माल्या को भगोड़ा घोषित किया है. माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट माल्या की अपील पर शुक्रवार को सुनवाई कर सकता है. इस साल सितंबर में माल्या ने पीएमएलए कोर्ट में कहा था कि वह भगोड़ा आर्थिक अपराधी नहीं हैं.

इससे पहले गुरुवार को विजय माल्या ने इस बात को खारिज कर दिया है कि उन्होंने क्रिश्चियन मिशेल के भारत प्रत्यर्पण के बाद बैंकों से लिए कर्ज को वापस लौटाने का ऑफर दिया है. अगस्ता वेस्टलैंड विमान सौदे के विचौलिए मिशेल को सीबीआई ने मंगलवार देर रात यूएई से प्रत्यर्पित कर भारत लाई थी.


क्या चाहते हैं माल्या?

माल्या ने ट्वीट करके कहा कि वे फिर से बैंकों से गुजारिश करना चाहते हैं कि वे अपना पैसा वापस ले लें. माल्या ने कहा कि वे इस धारणा को तोड़ना चाहते हैं कि उन्होंने बैंकों के पैसे चुराए. विजय माल्या ने ट्वीट कर कहा था कि मैं सभी बैंकों का भुगतान करने को तैयार हूं लेकिन मैं ब्याज नहीं दूंगा. विजय माल्या ने कहा कि उन्हें मीडिया और नेताओं ने अपराधी बना दिया है. उन्होंने कहा कि मैं अपराधी नहीं हूं लेकिन भारत में मुझे अपराधी माना जा रहा है.

अपने ट्वीट में विजय माल्या ने कहा, 'तीन दशक तक किंगफिशर ने सबसे बड़े बेवरेज ग्रुप के तौर पर कामयाबी से कारोबार किया. सरकारों को हजारों करोड़ रुपए का राजस्व दिया. किंगफिशर एयरलाइन ने भी अच्छा खासा राजस्व दिया. ये दुखद है कि एयरलाइन को घाटा हुआ. उसके बावजूद मैं बैंकों का पैसा लौटाने को तैयार हूं. प्लीज टेक इट'

विजय माल्‍या फिलहाल लंदन में हैं. उन्हें भारत प्रत्यर्पित किए जाने की याचिका पर वेस्टमिंस्टर कोर्ट में सुनवाई चल रही है. माल्या ने कई बैंकों से कर्ज ले रखा है. बकाए की रकम करीब 9 हजार करोड़ रुपए की है.