सोमवार को बागपत जेल में माफिया डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप बागपत जेल में बंद सुनील राठी पर है. पुलिस के मुताबिक, गैंगस्टर सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी और पिस्टल को गटर में फेंक दिया.
दरअसल सुनील राठी को एक दिन पहले ही रुड़की से बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था. जानकारी के मुताबिक सुनील राठी ने रुड़की में अपनी जान का खतरा बताया था.
अपराध की दुनिया में जाना माना नाम है सुनील राठी
सुनील राठी उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपराध जगत में एक बड़ा नाम है. कुछ वर्ष पहले सुनील के पिता नरेश राठी और भाई की बिजरौल भट्ठे के पास हत्या कर दी गई थी जिसका आरोप सोमपाल भाटी पर लगा था. बदले की भावना में आकर सुनील ने ताबड़तोड़ 4 हत्याएं की थीं. बहुत कम समय में सुनील ने उत्तराखंड में लंबा-चौड़ा कारोबार स्थापित कर लिया.
मां रह चुकी है चेयरपर्सन
उसकी मां राजबाला देवी बागपत के टिकरी कस्बे से नगर पंचायत कीचेयरपर्सन रह चुकी हैं, और बीते विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीएसपी के टिकट पर छपरौली विधानसभा से चुनाव भी लड़ा और वर्तमान में रुड़की जेल में बंद हैं. जानकार मानते हैं कि मुन्ना ने उत्तराखंड के कामों में रुचि लेना शुरू कर दिया था और सुनील राठी उसकी इस हरकत से काफी नाराज था. हाल ही में राठी के एक भाई को पूर्वांचल की एक जेल में मुन्ना के लोगों ने मारा-पीटा भी था जिसके बाद दोनों के बीच विवाद गहरा हो चला था.
चीनू पंडित जानी दुश्मन
बताया जाता है कि कुख्यात बदमाश चीनू पंडित सुनील राठी का जानी दुश्मन है. दोनों एक दूसरे पर जानलेवा हमले करवा चुके हैं. चीनू पंडित रुड़की की जेल में बंद है. जेल में बंद होने के बावजूद दोनों अपना-अपना गैंग नेटवर्क चला रहे हैं.