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किसान आंदोलन LIVE UPDATE : संघ भी आया किसानों के साथ, भैयाजी जोशी ने कहा, हो समाधान

सरकार के 'झूठे' वादों के खिलाफ 30,000 किसानों का मुंबई मार्च. 5 मार्च को 180 किलोमीटर की यात्रा के लिए सेंट्रल नासिक के सीबीएस चौक से कूच शुरू किया था

FP Staff

अपडेट 5- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि कृषि नीति को बदलने की आवश्यकता है और सरकार को यह सुनिश्चित करना है कि किसानों को उनके उत्पादन के लिए उचित मूल्य मिले.

उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार किसानों के मुद्दों को लेकर असंवेदनशील नहीं हो सकती. इसके लिए व्यवहारिक समाधान की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कृषि नीति को बदलने की आवश्यकता है और सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसानों को उनके उत्पादन के लिए उचित मूल्य मिले.


अपडेट 4- आदित्य ठाकरे ने किसानों से कहा- सभी शिव सैनिक, चाहे वे मंत्रियों, सांसद, विधायक या स्थानीय नेता हों, आपकी मुश्किलों को दूर करने का प्रयास करेंगे. आपने मुझे कहा था 'लाल सलाम.' मैं आपको कहता हूं, 'जय महाराष्ट्र'. जो कुछ भी हमारे (राजनीतिक) रंग हो सकता है, हम लोग जमीन से जड़ें हैं. हमारी परेशानियां एक जैसी हैं.

अपडेट 3- सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि किसानों को खैरात नहीं, वही मिलना चाहिए जो उनका हक है. बीजेपी सरकार ने जो उनसे वादा किया है, वह उसे निभाए.

अपडेट 2- शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे का कहना है, 'शिवसेना किसानों के साथ है, सिर्फ सिद्धांत में नहीं बल्कि जमीन पर भी हम उनके साथ खड़े हैं.'

अपडेट 1- किसानों से मिलने शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे पहुंच चुके हैं. पहले उन्होंने किसानों से बात किया, फिर उन्हें संबोधित कर रहे हैं.

महाराष्ट्र के नासिक से निकला करीब 30 हजार किसानों का जत्था मुंबई पहुंच चुका है. ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) के बैनर तले किसानों का यह समूह कर्जमाफी की मांग को लेकर लंबे दिनों से आंदोलन पर है.

किसानों के इस जत्थे ने 5 मार्च को 180 किलोमीटर की यात्रा के लिए सेंट्रल नासिक के सीबीएस चौक से कूच शुरू किया था. हर रोज 30 किलोमीटर पदयात्रा करते इन किसानों की योजना 12 मार्च को मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा घेरने की है.

महाराष्ट्र सरकार के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने बताया कि मुख्यमंत्री किसानों की चिंता को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने सोमवार को कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई है. सभी चाहते हैं कि मुद्दे का समाधान हर हाल में हो.

गिरीश महाजन ने रविवार को एआईकेएस के राज्य महासचिव अजीत नवाले से बात की और उन्हें सरकार से बात करने का निमंत्रण दिया. वार्ता के बाद, यह निर्णय लिया गया कि किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल, नवाली के नेतृत्व में, अशोक ढवले और एक दर्जन से अधिक प्रमुख किसानों के नेता 10 बजे शाम के बाद सरकार से मिलेंगे.

एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे करेंगे किसानों से मुलाकात 

जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे रविवार की शाम को पांच बजे किसानों से मिलने जा रहे हैं. वह सोमैया ग्राउंड में किसानों से मुलाकात करेंगे. इस रैली को बीजेपी को छोड़ बाकी सभी पार्टियों ने समर्थन दिया है.

यात्रा में शामिल किसानों का जगह जगह स्वागत किया जा रहा है. इसमें वैसे आत्महत्या कर चुके किसानों के परिजन भी शामिल हैं.

इधर राज्य के वित्त मंत्री सुधीर मुंगंतीवार ने कहा कि सरकार किसानों के मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है और किसानों के कर्ज भी माफ किए जा रहे हैं.

स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की कर रहे मांग

एक किसान नेता ने कहा कि हम फॉरेस्ट एक्ट, स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश, कर्ज माफी, बिजली बिल माफी आदि की मांग कर रहे हैं.

उनके मुताबिक 2005 में आया लेकिन आदिवासियों को उनकी ज़मीन का अधिकार नहीं मिला, अभी भी लाखों किसानों की ज़मीने जंगलों के बीच में हैं, ये ज़मीनें उनके पूर्वजों की हैं लेकिन फिर भी उन ज़मीनों का मालिकाना हक उन्हें नहीं मिला है, कानून इनके साथ है तब भी वे परेशानी क्यों उठाएं?

दूसरी अहम मांगों में स्वामीनाथन कमिटी की सिफारिशें लागू करने की मांग, न्यूनतम समर्थन मूल्य को बेहतर करने की मांग और बूढ़े किसानों को पेंशन की मांगें शामिल हैं. जब तक सरकार किसानों से बातचीत की पहल नहीं करती तब तक महाराष्ट्र में गतिरोध बना रहेगा. फिलहाल सरकार की तरफ से किसान प्रदर्शनकारियों से कोई औपचारिक बातचीत नहीं की गई हैं.

1753 किसान कर चुके हैं आत्महत्या 

इस किसानों ने कर्ज माफी और बिजली बिल माफी के अलावा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की भी मांग की है. एआईकेएस सचिव राजू देसले ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, 'हम लोग राज्य सरकार से चाहते हैं कि वह सुपर हाइवे और बुलेट ट्रेन जैसे प्रोजेक्ट के नाम पर खेती की जमीन जबरन लेना बंद करे.' उन्होंने कहा कि 25,000 किसान मुंबई तक मार्च करने के लिए निकल चुके हैं.

देसले ने दावा किया कि बीजेपी सरकार की ओर से 34,000 करोड़ रुपए की सशर्त कर्ज माफी की घोषणा के बाद से अब तक 1,753 किसान खुदकुशी कर चुके हैं. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर 'किसान विरोधी' नीति अपनाने का आरोप लगाया.

एआईकेएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक धावले, स्थानीय विधायक जे पी गवित और अन्य नेता इस मार्च की अगुआई कर रहे हैं. किसानों की यह यात्रा 12 मार्च को समाप्त होगी. धावले ने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसानों से किए गए वादे पूरा न करके उनके साथ धोखा किया है.