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खूंटी सामूहिक दुष्कर्म: स्कूल के प्रिंसिपल पर मामला दर्ज, पुलिस ने जारी किए स्केच

एक गैरसरकारी संगठन में काम करने वाली पांच महिलाओं से एक समूह के पांच लोगों ने बंदूक की नोक पर कथित तौर पर दुष्कर्म किया

Bhasha

मानव तस्करी के बारे में जागरुकता फैलाने गए एक गैर सरकारी संगठन की पांच महिलाओं का अपहरण जिस स्कूल से किया गया था, उसके प्रधानाध्यापक के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. प्रधानाध्यापक पर आरोप है कि उन्होंने इस घटना के संबंध में पुलिस को जानकारी नहीं दी. इन पांच महिलाओं के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था.

खूंटी के पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस ने पांच में से एक आरोपी का स्केच जारी किया है और आरोपियों के संबंध में सूचना देने वाले व्यक्ति को 50,000 रुपए का इनाम देने की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि खूंटी जिले में हुए सामूहिक दुष्कर्म में शामिल अज्ञात लोगों के खिलाफ गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज की गई. वहीं विद्यालय के प्रधान फादर अल्फोंस एलियन के खिलाफ भी शनिवार को अरकी पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज हुई.


सिन्हा ने बताया कि जिस विद्यालय से लड़कियों का अपहरण हुआ था , उसके प्रधानाध्यापक फादर अल्फोंस को गुरुवार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया और बाद में निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़िताओं और उनके सहकर्मियों के बयान भी सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज कर लिए गए हैं.

एक गैरसरकारी संगठन में काम करने वाली पांच महिलाओं से एक समूह के पांच लोगों ने बंदूक की नोक पर कथित तौर पर दुष्कर्म किया. ये महिलाएं अरकी पुलिस थाना क्षेत्र में पड़ने वाले इलाके में मंगलवार को मानव तस्करी के बारे में जागरुकता फैलाने गई थीं.

उप पुलिस महानिरीक्षक अमोल वी होमकर ने कल बताया था कि प्राथमिक जांच से पता चला है कि इस घटना के पीछे पत्थलगढ़ी (यह एक ऐसी प्रथा है जिसमें गांव के लोग बड़े पत्थर पर अपने सिद्धांतो को लिखते हैं और बाहरी लोगों के इस क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाते हैं) समर्थकों का हाथ है.

पुलिस अधिकारी ने बताया था कि न तो पीड़ितों ने और न ही अन्य ने इस संबंध में प्रशासन को सूचना दी थी. पुलिस को इसके बारे में ‘सूत्रों’ से पता चला था.