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भ्रष्टाचार करो, लेकिन दाल में नमक के बराबर: यूपी डिप्टी सीएम

भ्रष्टाचार के खिलाफ बात करते-करते नरम पड़ गए और भ्रष्टाचार करने की छूट दे गए यूपी के उपमुख्यमंत्री

FP Staff

उत्तर प्रदेश में ठेकेदारों को भ्रष्टाचार करने की छूट मिल गई है. अब वो राज्य में दाल में नमक बराबर भ्रष्टाचार कर सकते हैं. इतनी छूट उन्हें खुद लोक निर्माण विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिल गई है. मौर्या सूबे के उप-मुख्यमंत्री भी हैं.

केशव प्रसाद मौर्य पिछले रविवार को हरदोई में एक स्टूडेंट्स के कार्यक्रम में बोल रहे थे, जब उन्होंने पीएम मोदी के भ्रष्टाचार निरोधी अभियान पर पानी फेर दिया. लोक निर्माण विभाग के मंत्री इस क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सूबे में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रही बीजेपी की सरकार भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगी. सरकार उन ठेकेदारों पर कार्रवाई करेगी, जो योजनाओं के नाम पर जारी हुई धनराशि हड़प जाते हैं. ये बर्दाश्त नहीं होगा कि रोड बनाने के लिए राशि जारी की गई और रोड ही नहीं बना.


नरम पड़ गए उप-मुख्यमंत्री

लेकिन इसके बाद उपमुख्यमंत्री थोड़े नरम हो गए. उन्होंने कहा, 'कमाओ लेकिन दाल में नमक बराबर होना चाहिए. खाओ जैसे दाल में नमक खाया जाता है.' मतलब सूबे में ठेकेदार थोड़ी मात्रा में भ्रष्टाचार कर सकते हैं. अगर ठेकेदार दाल में नमक के बराबर भ्रष्टाचार करेंगे तो सरकार को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि ठेकेदार बस थोड़ी सी कमाई कर रहे हैं.

मौर्य के इस बयान से कार्यक्रम में मौजूद अधिकारी और छात्र भी सन्न रह गए.

पूर्व लोक निर्माण मंत्री भी दे चुके हैं बयान

दिलचस्प है कि पिछली समाजवादी सरकार में लोक निर्माण विभाग मंत्री शिवपाल सिंह यादव भी सूबे के ठेकेदारों को कुछ ऐसी ही सलाह देकर फंसे थे. उन्होंने 2012 में कहा था कि ईमानदारी से काम करने वाले अधिकारी थोड़ी सी चोरी कर सकते हैं लेकिन लूट नहीं. उनकी इस बयान के बाद काफी आलोचना की गई थी. शिवपाल यादव ने कहा कि वो चोरी करने नहीं ईमानदारी से काम करने की सलाह दे रहे थे.

केशव प्रसाद मौर्य के बयान पर खुद उन्होंने तो नहीं लेकिन पार्टी ने जरूर सफाई पेश की है. पार्टी का कहना है कि मौर्य के बयान को संदर्भ से अलग हटाकर प्रचारित किया जा रहा है. उपमुख्यमंत्री ने ये सारी बात भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए की थी. सरकार का रुख भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का है.

वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि दिल की बात जुबान पर आ गई. वो जैसा महसूस करते हैं, वही बोल दिया. अग्रवाल ने मौर्या पर ये आरोप भी लगाया कि मौर्या की अगुवाई में पहले ही पीडब्लूडी में सड़कों के गड्ढे भरने के नाम पर बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है.

अब देखना है कि केशव प्रसाद मौर्य अपने बयान पर सफाई देने की जहमत उठाते हैं या नहीं. ये सवाल भी दिलचस्प है कि आखिर राज्य की सरकारों में लोकनिर्माण मंत्रियों को हो क्या जाता है?