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LIVE Updates: शुद्धिकरण के लिए सबरीमाला मंदिर के कपाट बंद, 2 महिलाओं के प्रवेश के बाद पुजारियों ने लिया निर्णय

बिंदु और कनकदुर्गा नाम की इन दोनों महिलाओं ने जब मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश किया तो सादे कपड़ों में पुलिस उन्हें सुरक्षा दे रही थी

FP Staff
13:20 (IST)

केरल बीजेपी महिला मोर्चा की 5 सदस्यों ने बुधवार तड़के दो महिलाओं के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने को लेकर सचिवालय के सामने विरोध-प्रदर्शन किया है. इस दौरान उन्होंने सचिवालय के अंदर जाने की कोशिश की मगर यहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया 

11:55 (IST)

केरल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) लोकनाथ बेहेरा ने दोनों महिलाओं के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश पर कहा कि यह पुलिस का काम नहीं कि वो उनकी उम्र का पता लगाए. उन्होंने कहा कि पुलिस की जिम्मेदारी है कि वो मंदिर में प्रवेश करने आने वाली महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करे. पुलिस ने आज यही किया है

10:54 (IST)

40 वर्ष उम्र से ज्यादा की दो महिलाओं के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए है. मंदिर के शुद्धिकरण के लिए कपाट बंद किए गए हैं 

केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं ने आज यानी बुधवार तड़के दर्शन किए हैं. दोनों महिलाओं ने सुबह 3 बजकर 45 मिनट पर मंदिर के गर्भगृह के दर्शन किए.

दर्शन करने वाली दोनों महिलाओं के नाम बिंदु और कनकदुर्गा हैं. सीपीआई (एमएल) की कार्यकर्ता बिंदु की उम्र 42 साल है और वो कोझीकोड जिले की रहने वाली हैं. जबकि 44 वर्षीय कनकदुर्गा मल्लपुरम जिले की रहने वाली हैं. मंदिर में दर्शन के दौरान सादे कपड़ों में पुलिस इन महिलाओं को सुरक्षा दे रही थी.


न्यूज़ एजेंसी ने इन महिलाओं के मंदिर में दर्शन करने का वीडियो जारी किया है.

कनकदुर्गा ने न्यूज़18 से कहा, 'हम रात 12 बजे बिना पुलिस सुरक्षा के पंबा पहुंचे. इसके बाद हम सन्नीधनम पहुंचे और पवित्र सीढ़ियों की चढ़ाई शुरू की. हमें किसी तरह के विरोध का सामना नहीं करना पड़ा. श्रद्धालु वहां मौजूद थे लेकिन किसी ने हमसे सवाल नहीं पूछा और न ही हमें रोकने की कोशिश की.'

सबरीमाला मंदिर (फोटो: पीटीआई)

दिसंबर में भी दोनों महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश का किया था प्रयास

इन दोनों महिलाओं (बिंदु और कनकदुर्गा) ने पिछले महीने यानी दिसंबर में भी मंदिर में प्रवेश करने का प्रयास किया था लेकिन तब इसका भारी विरोध हुआ था.

इस बीच बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने कहा कि मंदिर में प्रवेश करने की इच्छा रखने वाली सभी महिलाओं को पुलिस सुरक्षा देगी.

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 28 सितंबर को अपने निर्णय में सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश करने की इजाजत दे दी थी. मगर श्रद्धालुओं के विरोध-प्रदर्शन के चलते अभी तक कोई भी महिला अंदर नहीं जा सकी थी.

सैकड़ों साल पुराने भगवान अयप्पा के इस मंदिर में 10 वर्ष से लेकर 50 वर्ष उम्र तक की महिलाओं का प्रवेश वर्जित है. यह परंपरा प्राचीण समय से चली आ रही है.