महिलाओं को लेकर विवादास्पद बयान भारत में कोई नई बात नहीं है. हमारे नेता गाहे-बगाहे इसके नए मानक बनाते रहते हैं. भारतीय कॉलेज भी इस मामले में पीछे नहीं हैं. कभी जीन्स पर बैन, कभी रात में लाइब्रेरी न जाने जैसे फरमान हमारे विश्वविद्यालय सुनाते रहते हैं. केरल के एक प्रोफेसर ने अपनी छात्राओं के बारे में बहुत खराब बयान दिया है.
केरल के कोझिकोड के फारूक ट्रेनिंग कॉलेज में प्रोफेसर जौहर मुनव्विर ने अपने कॉलेज की महिलाओं पर टिप्पणी की है. जौहर के कॉलेज की अधिकतर छात्राएं मुस्लिम हैं.
जौहर ने कहा, 'मैं एक ऐसे कॉलेज का टीचर हूं जिसमें 80 प्रतिशत छात्राएं मुस्लिम हैं. वहां की स्थिति क्या है? वो पर्दा करती हैं, लेकिन वो लेगिंग्स भी पहनती हैं. वो अपना पर्दा थोड़ा ऊपर रखती हैं ताकि उनकी लेगिंग्स दिखें. ये नया स्टाइल है.'
इसके बाद जौहर ने कहा कि कोई अब नकाब की बात नहीं करता. कोई ढंग से नकाब नहीं पहनता. वो बस शॉल सर पर ढक लेती हैं. वो इसे ऐसे ढकती हैं कि उनका सीना खुला रहता है. महिलाओं के 'कुछ अंग' पुरुषों को लुभाते हैं. इसलिए इन्हें ढक कर रहना चाहिए. लेकिन हमारी लड़कियां अपने सीने का कुछ हिस्सा खुला रखती हैं. आपको पता है, जैसे हम तरबूज़ की फांक देख कर अंदाजा लगाते हैं कि ये पक गए हैं या नहीं. ठीक इसी तरह वो दिखाती हैं कि उनका बाकी शरीर कैसा है. ये इस्लामिक नहीं है.
सोशल मीडिया पर ये बयान वायरल हुआ. इसके बाद पता चला कि ये रिकॉर्डिंग तीन महीने पुराने एक भाषण का हिस्सा है. जौहर ने ये भाषण कॉलेज के एक काउंसलिंग सेशन में दिया था.
स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि जौहर 6 साल से समाज शास्त्र पढ़ा रहे हैं. वो इस तरह की बातें करते रहते हैं. कभी किसी स्टूडेंट ने कोई शिकायत नहीं की इसलिए हम इसपर कोई एक्शन नहीं ले सकते हैं. हालांकि हम इस बयान का समर्थन या विरोध नहीं कर रहे हैं. अगर शिकायत दर्ज भी होगी तो मामले की जांच करके ही कोई ऐक्शन लिया जाएगा.