केरल में इस साल अब तक 103 लोग वायरल फीवर के शिकार हो चुके हैं. रविवार को सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह अपने आस-पास के वातावरण को साफ सुथरा रखें.
हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक, जनवरी 2017 से अब तक 103 लोगों को वायरल फीवर, एच1एन1, लेप्टोस्पायरोसिस, डेंगू जैसी बीमारियों से जूझना पड़ रहा है. इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.
सूत्रों के मुताबिक, 103 लोगों में से 53 लोग एच1एन1 और 13 लोग डेंगू जैसी बीमारियों के शिकार हुए हैं. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा, 'बीमारी फैलने का सबसे बड़ा कारण है शहर में हो रही गंदगी, जिससे की मच्छर पैदा होते हैं. बीमारियों को दूर रखने के लिए स्वच्छता पर ध्यान देना जरूरी है.'
अस्पताल में डॉक्टरों की कमी
केरल सरकार की बात करें तो वह खुद लोकल लोगों की मदद से सफाई अभियान की मुहिम शुरू कर चुकी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि फीवर उन जगहों पर ज्यादा फैलता है जहां गंदगी की समस्या ज्यादा होती है. उसी गंदगी से मच्छर पैदा होते हैं.
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में सरकार ने डॉक्टर की तादाद काफी कम रख रखी हैं. इसी के साथ जरूरतमंद दवाईयों का स्टॉक भी कम है.
विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला रविवार को मुख्यमंत्री के घर फैलती बीमारियों से कैसे बचा जाए उसी का सुझाव देने पहुंचे थे.
चेन्नीथला ने बताया कि 117 लोग जनवरी के महीने से अब तक फीवर के कारण खत्म हो चुके हैं. जबकि 20,000 से ज्यादा लोग इस बीमारी का इलाज अस्पताल में करा चुके हैं.