29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है. बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालुओं का जत्था निकलना शुरू हो चुका है. ऐसे में जम्मू कश्मीर की मौजूदा स्थिति को देखते हए राज्य सरकार पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आकलन के अनुसार, ईद के बाद घाटी में हिंसा बढ़ सकती है.
इनपुट्स के मुताबिक आतंकियों को अमरनाथ यात्रियों और पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाने की हिदायत मिली है. आतंकी अमरनाथ यात्रियों पर हमले कर देशभर में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश में हैं. खुफिया इनपुट मिलने के बाद से ही हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के साथ ही दक्षिणी कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. कश्मीर के आईजी ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के लिए कहा है.
उपमुख्यमंत्री बोले- सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी
अमरनाथ यात्रा के बाबत न्यूज 18 से बातचीत में जम्मू और कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि सुरक्षा से लेकर रास्ते के सारे प्रबंध तक हम पूरी तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने लोगों से न डरने की अपील करते हुए कहा कि बॉर्डर पर जो छिटपुट घटनाएं हो रही हैं, लोग उस पर ध्यान न दें. रास्ते में 30 हजार जवान सुरक्षा दे रहे हैं. हमने लोगों के ठहरने से लेकर हर तरह के प्रबंध कर लिए हैं.
(साभार न्यूज 18)