कांग्रेस ने रॉबर्ट वाड्रा के सहयोगियों के तीन जगहों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है. साथ ही कांग्रेस ने देश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं. कपिल सिब्बल का कहना है कि सरकार के जरिए विपक्ष में बैठे लोगों को निशाना बनाया जा रहा है.
मामले पर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा है 'यह किस तरह की सरकार है? अगर कानून से जुड़ी एजेंसियां इस तरह से उपद्रव शुरू करती हैं तो उनसे कौन प्रश्न करेगा? अगर वे पीएम के जरिए समर्थित हैं, तो कौन इस पर सवाल उठाएगा? देश में कानून व्यवस्था कहां है?'
उन्होंने कहा, 'जो लोग सत्ता में हैं, खासकर पीएम मोदी सोचते हैं कि एग्जिट पोल सही हैं और वे डर गए हैं. जिसके बाद विपक्ष में बैठे लोगों को आईटी, ईडी भेजकर टारगेट किया जा रहा है. मैं मोदी जी को दोषी ठहराए जाने की बजाय पूछना चाहता हूं कि उनके शासन में ऐसी चीजें क्यों हो रही हैं. सिब्बल ने कहा 'वाड्रा जी के खिलाफ कोई एफआईआर या ईसीआईआर नहीं थी, लेकिन फिर भी प्रवर्तन निदेशालय के लोग बिना किसी वारंट के उनके कार्यालय पहुंचे. उन्होंने अपना नाम नहीं बताया.'
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों के जरिए कथित तौर पर कमीशन लिए जाने की जांच के संबंध में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों से जुड़े तीन लोगों के ठिकानों पर छानबीन की कार्रवाई की. प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा कि वाड्रा के सहयोगियों के खिलाफ छानबीन की कार्रवाई रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों के जरिए कथित तौर पर कमीशन लेने के संबंध में गई है.