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राष्ट्रपति कोविंद के स्कूल के दोस्त ने सुनाए उनके ईमानदारी के किस्से

कानपुर के इस गांव में कोविंद ने ली है प्राइमरी शिक्षा

FP Staff

देश के सर्वोच्च पद के लिए निर्वाचित होने के बाद रामनाथ कोविंद के पैतृक गांव कानपुर देहात के परौख में जश्न का माहौल है. उनके राष्ट्रपति बनने के बाद उनके सहपाठी भी काफी खुश हैं.

रामनाथ कोविंद ने परौख के ही प्राइमरी स्कूल में कक्षा पांच तक की पढ़ाई की. हालांकि, आज स्कूल की वह जगह तबेला बन गया है. अब यह स्कूल कहीं और शिफ्ट हो गया है.


रामनाथ कोविंद के साथ प्राइमरी तक पढ़ाई करने वाले और बचपन के दोस्त रामकिशोर ने उनके साथ बिताए पलों के बारे में बताया.

टाट पर बैठकर की पढ़ाई

राम किशोर बताते हैं कि गांव के इसी प्राइमरी स्कूल में रामनाथ ने पढ़ाई की थी. वे टाट पर पहली कतार में बैठते थे. वे पढ़ने में हमेशा से ही होशियार थे. पांचवीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा में उन्होंने जिले में टॉप किया था.

इसके बाद इन दोनों ने गांव से छह किलोमीटर दूर खानपुर स्थित जूनियर हाईस्कूल में आगे की पढ़ाई की.

रामनाथ कोविंद के सहपाठी और बचपन के मित्र राम किशोर

राम किशोर ने कहा, 'हम लोग रोजाना 12 किलोमीटर दूरी पैदल तय करते थे. साथ में खाना लेकर जाते थे और एक कुएं के पास बैठकर साथ में ही खाना खाते थे.'

बकौल रामकिशोर, कोविंद शुरू से ही अनुशासन पसंद व्यक्ति थे. एक वाकया का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार जब हम सभी दोस्त स्कूल से लौट रहे थे, तभी एक लड़के ने दूसरे के खेत में लगे गन्ने को तोड़ लिया.

बिना इजाजत के गन्ना तोड़ने पर कोविंद गुस्सा हो गए. उन्होंने खेत मालिक को बुलाया और गन्ना वापस देकर लड़के को सख्त हिदायत दी कि अगर उसे ऐसा करना है तो वह उनके साथ फिर कभी न आए. इसके बाद लड़के ने अपनी गलती को मानते हुए माफी भी मांगी.

राम किशोर कहते हैं कि अब उनकी जीत पर गांव में जश्न मनाया जाएगा. इलाके के सभी सांसद और विधायक बुलाए जाएंगे और बैंड बाजा के साथ मिठाइयां बांटी जाएगी.

25 को लेंगे राष्ट्रपति पद की शपथ

रामनाथ कोविंद 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. उन्होंने यूपीए उम्मीदवार मीरा कुमार को हराकर देश का प्रथम नागरिक बनने का गौरव हासिल किया. रामनाथ कोविंद को 7 लाख 2 हजार 44 वोट मिले जबकि मीरा कुमार को 3 लाख 67 हजार 314 वोट हासिल हुए.