भारत विविधताओं का देश है. उत्तर में पंजाबी और हिंदी बोलने वाली आबादी है तो दक्षिण में कन्नड़ और तमिल भाषी लोगों का बसेरा है. देश के हर राज्य की अपनी-अपनी बोली हैं, उत्सव हैं. मगर फिर भी देशभक्ति इन सभी को एकता का एक सूत्र में पिरोए हुए है. कर्नाटक में गुरुवार को राजकीय कन्नड़ राज्योत्सव मनाया जाएगा.
दक्षिणी राज्य कर्नाटक की संस्कृति और रीति-रिवाज काफी समृद्धशाली है. हर वर्ष यहां 1 नवंबर को कन्नड़ राज्योत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को कर्नाटक का स्थापना दिवस भी कहा जाता है. 1956 से ही यह उत्सव राज्य भर में काफी उल्लास के साथ मनाया जाता आ रहा है.
1 नवंबर, 1956 को मैसूर राज्य अस्तित्व में आया था. बाद में 1973 में पुनर्नामकरण के तहत इसका नाम कर्नाटक हो गया. दक्षिण भारत की सारी क्षेत्रीय भाषाएं कर्नाटक के कन्नड़ भाषा में समाहित (मिल) हो गईं थी. इससे कर्नाटक को अलग पहचान मिली थी इसलिए भी इस दिन को कन्नड़ राज्योत्सव के रूप में मनाया जाता है. सिर्फ कर्नाटक ही नहीं बल्कि देश-दुनिया में जहां भी राज्य के लोग रहते हैं वो सभी इस राजकीय पर्व को मनाते हैं.
कन्नड़ राज्योत्सव के दिन राज्य में सरकारी अवकाश घोषित होता है. इस दिन राज्य सरकार की ओर से कई रंगा-रंग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इन कार्यक्रमों में सरकार अपने-अपने क्षेत्र में बेहतरीन काम कर रहे लोगों को सम्मानित करती है. इन लोगों को राज्योत्सव अवॉर्ड से सम्मानित किया है. साथ ही इस दिन राज्य का आधिकारिक ध्वज भी फहराया जाता है.
इन संदेशों और मैसेज से परिवारवालों और अपनों को दें बधाई
सोशल मीडिया और सूचना क्रांति के युग में वॉट्सएप और ट्विटर से भी अपनों और परिवारवालों को कन्नड़ राज्योत्सव की बधाई दी जा सकती है.
1. Constitution Gave us
Faith, freedom, Peace an Pride.
So Let’s Value the Day it was created
And Wish Happy Rajyotsava day with a smile.
2. Freedom in mind,
Strength in words,
Pureness in our blood,
Pride in our souls,
Zeal in Our hearts,
Lets salute the spirit of Karnataka.
Happy Rajyotsava Day!
3. We The Youth Of India Should Take
A Pledge That Till Our Last Breath
We Will Fight Terrorism,
And Protect Our Mother INDIA
With All We Have
Happy Rajyotsava Day!
4. May the spirit of Karnataka
Stay in the core of your heart
Let’s salute this state with pride
It’s our own inseparable part
6 Other might have forgotten,
But never can I,
The spirit of my Karnataka
Furls very high
Happy Kannada Rajyotsava Day!