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मारे गए 39 भारतीय अवैध रूप से इराक गए थे: वी के सिंह

विदेश राज्य मंत्री ने देशवासियों विशेष तौर पर नौजवानों से अवैध एजेंटों के जरिए गैर-कानूनी ढंग से विदेश नहीं जाने की अपील की

FP Staff

विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह ने कहा है कि इराक में मारे गए सभी 39 भारतीय अवैध रूप से वहां गए थे. उन्होंने यह बात सोमवार को इराक से मारे गए लोगों के शवों को भारत लाने के बाद कही.

सिंह ने कहा, इन सभी लोगों का मध्य पूर्व (मिडिल ईस्ट) देशों के किसी भी भारतीय दूतावास में कोई रिकॉर्ड नहीं है. इससे पता चलता है कि यह सभी लोग वहां ट्रैवल एजेंट के जरिए गैर-कानूनी रूप से गए थे.


उन्होंने देशवासियों विशेष तौर पर नौजवानों से अवैध एजेंटों के जरिए गैर-कानूनी ढंग से विदेश नहीं जाने की भी अपील की.

विदेश राज्य मंत्री सोमवार को 38 भारतीय नागरिकों के शव और अवशेषों को एक विशेष विमान से वापस लेकर लौटे हैं. एक भारतीय के शव की पहचान नहीं हो पाई है जिससे उसे नहीं लाया जा सका है.

सोमवार को ही जनरल वी के सिंह इन शवों को अमृतसर लेकर गए थे जहां 27 अवशेषों को उनके परिवारवालों को सुपुर्द किया गया. इसके बाद वो शेष शवों को लेकर पहले कोलकाता फिर पटना गए. यहां भी मारे गए लोगों के अवशेषों को उनके घरवालों के हवाले किया गया.

पंजाब सरकार ने मारे गए राज्य के सभी 27 लोगों के परिवारवालों को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद और उनके एक सदस्य को उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी देने की घोषणा की है.

रोजगार और नौकरी के लिए भारत से इराक गए इन सभी लोगों को जून 2014 में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों ने अगवा कर उनकी हत्या कर दी थी. इनके मारे जाने की पुष्टि पिछले दिनों विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में की थी.