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ममता के साथ विदेश दौरे पर गए पत्रकार चम्मच चुराते पकड़े गए

ममता बनर्जी के साथ विदेश दौरे पर गए पत्रकार चम्मच चुराते पकड़े गए, सारी घटना सीसीटीवी में हुई रिकॉर्ड

FP Editors

पत्रकारों को लोगों तक सच और विश्वसनीय खबरें पहुंचाने का श्रेय जाता है. लेकिन सोचिए जरा तब क्या होगा, जब उन पर ही चम्मच चोरी का आरोप लगे और वो खुद ही एक खबर बन जाएं. ऐसी ही एक घटना पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ विदेश दौरे पर गए पत्रकारों के साथ हुई है.

एक आधिकारिक डिनर के दौरान टेबल पर पड़े चांदी की चम्मच को चुरा कर अपने पर्स और बैग में डालते हुए पत्रकार सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं. सुरक्षा कर्मचारी इस पूरी घटना को देख रहे थे. लेकिन उन्होंने मेहमान (ममता बनर्जी) की इज्जत रखने के लिए उस समय पत्रकारों को नहीं टोका.


आपको बता दें कि ममता बनर्जी लंदन में एक आधिकारिक दौरे पर गईं थीं. इस डिनर में भारत और यूके के प्रमुख नागरिक शामिल थे. इसमें राजनेता, उद्योगपति और पत्रकार भी थे.

आउटलुक की खबर के मुताबिक, ममता बनर्जी के साथ इस महत्वपूर्ण दौरे पर जाने के लिए कई वरिष्ठ पत्रकारों को चुना गया था. उसी में से एक संपादक को कटलरी और बाकी के सामान को चोरी करते देखना एक अकल्पनीय घटना थी.

ममता बनर्जी की टीम के साथ गए एक अन्य वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि सबसे पहले एक सम्मानित अखबार में काम करने वाले वरिष्ठ संवाददाता ने टेबल से चम्मचों का एक सेट उठा कर अपनी पॉकेट में रख लिया. उनके मुताबिक, यह संवाददाता ममता बनर्जी के विदेश दौरों में हमेशा जाते हैं.

इस घटना को देख रहे बाकी पत्रकारों ने भी मौके का फायदा उठाने की कोशिश की और वो भी इस काम में लग गए. बगैर यह सोचे की सारी घटना सीसीटीवी में कैद हो रही होंगी. ये सब ज्यादा होता देख सुरक्षा कर्माचारी पत्रकारों के पास गए और धीरे से कहा कि आप लोग जो कर रहे हैं वो सब हमे पता है. इस बात से सब शर्म से लाल हो गए और चांदी के बर्तनों को वापस मेज पर रख दिया. लेकिन हद तो तब हो गई जब एक संपादक ने इस बात से इनकार कर दिया कि उसने टेबल पर से कुछ लिया है. इतना ही नहीं जनाब ने सुरक्षा कर्मचारियों से अपना पॉकेट तक चेक करने के लिए कह दिया.

सुरक्षाकर्मियों को मालूम था कि उन्होंने सामान अपनी पॉकेट में नहीं बल्कि दूसरे साथी के बैग में डाल रखा है, ताकि पकड़े जाने पर उनका साथी फंसे, वो नहीं. उनकी इस हरकत के बाद सुरक्षाकर्मियों ने सहोयोग की अपील की और कहा कि अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो हम आपको पुलिस को सौंप देंगे. इसके बाद उस संपादक ने अपने किए को माना और आखिर में उनसे 50 पाउंड का जुर्माना लेकर उन्हें छोड़ा गया.

ममता बनर्जी की टीम के साथ गए एक संपादक ने बताया कि जिस पत्रकार ने 50 पाउंड जुर्माने के तौर पर दिए हैं, वो हर विदेश दौरे में ऐसा करते हैं. लेकिन यह पहली दफा है जब वो रंगे हाथ पकड़े गए हैं.